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जयललिता: DMK की मांग AIADMK मंत्रियों का लाइ डिटेक्टर टेस्ट हो, तब सामने आएगा मौत का सच

जयललिता के निधन पर एआईएडीएमके नेताओं के लगातार विरोधाभाषी बयान आ रहे हैं।

Updated on: 28 Sep 2017, 08:01 PM

नई दिल्ली:

तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय जयललिता के निधन पर एआईएडीएमके नेताओं के लगातार आ रहे विरोधाभाषी बयानों पर डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन ने कहा है कि मंत्रियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराया जाए तो सारा सच सामने आ जाएगा।

इसके अलावा उन्होंने मांग की है कि जयललिता की मौत की जांच राज्य सरकार आयोग गठित कर नहीं बल्कि इसकी जांच सीबीआई से कराई जाए। 

दार्विदार कणगम के प्रमुख के वीरमनी ने अच्छा सुझाव दिया है कि उनकी मौत की सच को सामने लाना हो तो लाई डिटेक्टर टेस्ट किया जाना चाहिये।

उनके बयान का समर्थन करते हुए स्टालिन ने राज्य सरकार के मंत्रियों पर तंज करते हुए कहा, 'अगर ये तरीका अपनाया जाए तो वर्तमान मंत्रियों से कई सच सामने आएंगे।'

उन्होंने कहा कि वीरमनी ने कहा है कि जयललिता की मौत से जुड़े सच को सामने लाने के लिये लाई डिट्क्टर टेस्ट किया जाना चाहिये।

राज्य सरकार के कई मंत्रियों ने हाल ही में कहा था कि जब जयललिता अस्पताल में भर्ती थीं तो उन्होंने उन्हें नहीं देखा था।

हालंकि सेलुर के राजू और निलोफर कफील ने इनके बयानों को खारिज किया है। राजू ने कहा सभी मंत्रियों ने उन्हें अस्पताल में देखा था।

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इन बयानों के मद्देनज़र स्टालिन ने ज़ोर देते हुए कहा है कि सच को सामने लाया जाना चाहिये। इसके लिये कमीशन की जांच नहीं बल्कि सीबीआई जांच कराई जानी चाहिये।

उन्होंने कहा है कि मंत्री ही नहीं बल्कि उन सभी लोगों की भी जांच कराई जानी चाहिये जो उन्हें अस्पताल में देखने गए थे।

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