logo-image

कश्मीर में डीएसपी अयूब पंडित की हत्या पर विपक्ष हमलावर, बचाव में पीडीपी-बीजेपी सरकार

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अयूब पंडित की बर्बर हत्या को लेकर कांग्रेस, सीपीआईएम ने बीजेपी-पीडीपी सरकार पर हमला बोला है।

Updated on: 23 Jun 2017, 11:48 PM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अयूब पंडित की बर्बर हत्या को लेकर कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) ने भारतीय जनता पार्टी और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी सरकार पर हमला बोला है। 

प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने घटना की निंदा करते हुए कहा, 'धर्म के नाम पर यह शर्मनाक कृत्य है। रमजान के पवित्र महीने में अपवित्र कृत्य को अंजाम दिया गया।'

केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने हमले की निंदा करते हुए मामले में कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं, हालांकि पिछले एक महीने में दो पुलिस अधिकारियों की हत्या के बाद सरकार चौतरफा दबाव में है। घाटी में पिछले कुछ महीनों से हालात विस्फोटक बने हुए हैं और अब आतंकियों ने पुलिस और सेना के अधिकारियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की हत्या इस बात को दर्शाता है कि जम्मू एवं कश्मीर के हालात 'बदतर' हो चुके हैं और बीजेपी-पीडीपी की नाकामी के कारण राज्य को कई दशक पीछे जाते हुए देखना 'हृदय विदारक' है।

राहुल ने ट्वीट कर कहा, 'पुलिस उपाधीक्षक अयूब पंडित की हत्या बेहद खराब हालात का सबूत है। इस खौफनाक घटना पर दुख जताने के लिए शब्द नहीं हैं।' 

उमर अब्दुल्ला ने बताया शर्मनाक

जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर इस घटना की निंदा की। उन्होंने कहा, 'डीएसपी की मौत एक त्रासदी है और जिस तरीके से उनकी मौत हुई है वह शर्मनाक है। जिन लोगों ने डीएसपी पंडित को मारा है, वो अपने पापों के लिए नरक की आग में जलेंगे।'

वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, 'पीट-पीटकर जान लेना बीजेपी शासित राज्यों की विशेषता बन गई है। मारे गये पुलिस अधिकारी के परिवार के प्रति हमारी संवेदना है।'

और पढ़ें: जम्मू-कश्मीर पुलिस का दावा, हत्या में मीरवाइज के लोग थे शामिल, 2 गिरफ्तार

वहीं सीपीएम नेता वृंदा करात ने अयूब पंडित की हत्या को बर्बर करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि बीजेपी-पीडीपी सरकार इस तरह की घटना रोकने में विफल है।

गौरतलब है कि भीड़ ने गुरुवार देर रात श्रीनगर में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी, जिसके बाद आक्रोश फैल गया और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस अपराध को 'विश्वास की हत्या' करार दिया। पुलिस उपाधीक्षक का शव नौहट्टा इलाके में जामिया मस्जिद के बाहर शुक्रवार सुबह पड़ा मिला था।

और पढ़ें: भारत को लेकर चीन के रुख़ में नहीं आया बदलाव, कहा- एनएसजी में नहीं होने देंगे दाखिल