logo-image

सेना पर महबूबा मुफ्ती के बयान पर बोले राज्यपाल सत्यपाल मलिक, खराब हाल में PDP, गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ्ती के सेना पर दिए गए बयान को लेकर राज्यपाल सत्यपाल मलिक की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है.

Updated on: 06 Feb 2019, 05:57 PM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ्ती के सेना पर दिए गए बयान को लेकर राज्यपाल सत्यपाल मलिक की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा, 'किसी को भी महबूबा मुफ्ती के बयान को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए. पीडीपी टूट रही है और वह सुरक्षाबलों और देश की राजनीतिक प्रणाली के खिलाफ बयान देकर अपनी पार्टी को बचाने की कोशिश कर रही है.' पत्रकारों से बातचीत के दौरान मलिक ने कहा, 'महबूबा मुफ्ती भारत-विरोधी भावनाओं को भड़काकर सत्ता में आना चाहती है. किसी को भी उनके बयान को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए. उनका यह बयान सुरक्षाबलों के मनोबल पर कोई असर नहीं पड़ेगा.'

मानवाधिकार उल्लंघन पर पीडीपी चीफ के दिए बयान के बाद बीजेपी नेता प्रधानमंत्री कार्यालय में मंत्री जितेन्द्र सिंह ने भी पलटवार किया. उन्होंने कहा, 'इन नेताओं को एक आतंकवादी को मुठभेड़ में मारे जाने पर अपनी सहानुभूति व्यक्त करने की जल्दी है. लेकिन एक सुरक्षाकर्मी को सहानुभूति देने के लिए एक भी शब्द नहीं मिलता है.'

उन्होंने आगे कहा, लेकिन कश्मीर के लोग अब इस दोहरेपन को देखने लगे हैं. चूंकि चुनाव हैं, वे एक निश्चित निर्वाचन क्षेत्र को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह काम नहीं करेगा क्योंकि पिछले चुनाव की उनकी चालें इस बार काम नहीं करने वाली हैं.

राज्यपाल के बयान पर मुफ्ती का पलटवार

इस मसले पर राज्यपाल सत्यपाल मालिक के बयान पर महबूबा मुफ्ती ने पलटवार किया. मुफ्ती ने कह कि तौसीफ की पिटाई का संज्ञान लेने के बजाए मलिक राजनीति की बात कर रहे हैं. मुफ्ती ने ट्वीट कर लिखा, 'युवा लड़के के खिलाफ क्रूरता का संज्ञान लेने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश देने के बजाय, यह दुखद है कि माननीय राज्यपाल राजनीति की बात कर रहे हैं। संवैधानिक प्राधिकारियों को इतने बेशर्मी से पक्ष लेते दिखाई दे रहे हैं.'

और पढ़ें: रॉबर्ट वाड्रा को ED दफ्तर छोड़ने के बाद कांग्रेस के मुख्यालय पहुंची प्रियंका गांधी, समर्थन में लगे नारे 

महबूबा के बयान पर बवाल

महबूबा ने ट्विटर पर तौसीफ वानी की एक तस्वीर शेयर करते हुए कश्मीर को राजनीतिक मुद्दा बताया. उन्होंने लिखा, 'कश्मीर के मुद्दे को सैन्य ताकत के बल पर नहीं सुलझाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि सेना को उनकी बहादुरी के लिए हीरो की तरह पेश किया जाता है. लेकिन, अगर वे मानवाधिकार उल्लंघन करते हैं तो उन्हें भी जिम्मेदार ठहराए जाने की जरुरत है.'

महबूबा ने कहा कि वे तौसीफ वानी के घर गईं जिसे एक आर्मी मेजर ने बुरी तरह पीटा. जिसके बाद तौसीफ को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. महबूबा ने कहा कि सबसे हैरानी की बात ये है कि उसका भाई सेना में अपनी सेवाएं दे रहा है. पीडीपी चीफ ने कहा कि इसलिए हमारे ऊपर सेना का मनोबल गिराने का आरोप लगाने की जगह हकीकत देखना चाहिए. महबूबा ने कहा कि इस घटना को लेकर हमने कोर कमांडर से भी बात की है.