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जम्मू-कश्मीर: अबु दुजाना के समर्थक अलगाववादियों ने बुलाया बंद, कर्फ्यू जैसे हालात

प्रशासन मुठभेड़ के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के स्थानीय कमांडर अबु दुजाना को मार गिराए जाने के विरोध में प्रदर्शनों के मद्देनजर एहतियात के तौर पर कश्मीर में प्रतिबंध लगा दिया है।

Updated on: 02 Aug 2017, 09:40 AM

नई दिल्ली:

प्रशासन मुठभेड़ के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के स्थानीय कमांडर अबु दुजाना को मार गिराए जाने के विरोध में प्रदर्शनों के मद्देनजर एहतियात के तौर पर कश्मीर में प्रतिबंध लगा दिया है।

इसके तहत शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है, इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है और रेल सेवाओं पर भी बंद कर दी गई है।

दुजाना की मौत के विरोध में अलगाववादी नेताओं ने बुधवार को बंद का आह्वान किया है।

गौरतलब है कि मंगलवार को पुलवामा जिले में लश्कर-ए-तैयबा के प्रांतीय कमांडर अबु दुजाना, उनके सहयोगी आरिफ लालिहारी को मार गिराया गया था जबकि एक प्रदर्शनकारी नागरिक की मौत हो गई थी।

ये प्रतिबंध श्रीनगर के पांच पुलिस थानों खानयार, रैनवाड़ी, नौहट्टा, सफा कदल और एम.आर.गंज के तहत आने वाले क्षेत्रों में लगाया गया है।

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अबु दुजाना (28) गिलगिट-बाल्टिस्तान का स्थानीय निवासी था और यह 2012 से दक्षिण कश्मीर के क्षेत्रों में सक्रिय था। उस पर 15 लाख रुपये का ईनाम था।

दुजाना का सहयोगी आरिफ लालिहारी भी हथियार छीनने से लेकर बैंक लूटने तक कई हत्याओं में शामिल रहा है।

अबु दुजाना और आरिफ को मार गिराए जाने के बाद प्रदर्शनों के दौरान तीन नागरिकों को गोलियां भी लगी थी। जिसमें दो लोगों की मौत हो चुकी है।

श्रीनगर के तीन कॉलेजों के छात्रों ने मंगलवार को इस्लाम और आजादी के समर्थन में नारेबाजी की। छात्रों ने बडगाम, हंदवाड़ा और बांदीपोरा में भी प्रदर्शन किए।

प्रशासन ने बुधवार को सभी स्कूलों और विश्वविद्यालयों को बंद करने के आदेश दिए हैं। कश्मीर विश्वविद्यालय और इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने बुधवार को होने वाली सभी परीक्षाओं को रद्द कर दिया है।

घाटी और जम्मू के बीच क्षेत्रों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं और रेल सेवाएं बाधित कर दी गई है।