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जम्मू-कश्मीर: युद्ध जैसी स्थिति के बीच सीमावर्ती गांवों से 40,000 लोगों का पलायन, अब तक 4 की मौत

पाकिस्तानी रेंजर्स की जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों में लगातार गोलीबारी के कारण सीमावर्ती गावों से 40,000 से अधिक लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने पर मजबूर होना पड़ा है।

Updated on: 24 May 2018, 12:14 AM

श्रीनगर:

पाकिस्तान की तरफ से जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों में सैन्य और असैन्य ठिकानों पर लगातार की जा रही गोलीबारी और बमबारी के कारण सीमावर्ती गावों से 40,000 से अधिक लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने पर मजबूर होना पड़ा है। 

पुलिस ने बताया कि कुछ लोगों ने प्रशासन द्वारा बनाए गए अस्थाई शिविरों में शरण ली है, जबकि अधिकांश अन्य अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के घर में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।

हालांकि मवेशियों और घरों की रखवाली के लिए हर घर में एक पुरुष सदस्य को छोड़ दिया गया है।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से लगातार तीसरे दिन बुधवार को भी अकारण गोलीबारी और गोलाबारी जारी है।

अधिकारी ने बताया कि हालांकि बीएसएफ पाकिस्तान के हमले का मुंहतोड़ जवाब दे रही है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय सीमा के आर एस पुरा, अरनिया, रामगढ़ और अन्य सेक्टरों से भारी संख्या में ग्रामीणों का पलायन जारी है।

अब तक 4 की मौत, 30 से अधिक घायल

जम्मू, सांबा व कठुआ जिलों में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी रेंजर्स की रातभर की गई गोलीबारी में चार नागरिकों की मौत हो गई व 30 अन्य घायल हो गए।  

जम्मू एवं कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एस पी वैद ने ट्वीट कर बताया, 'जम्मू, कठुआ से लेकर अखनूर तक सीमा पार से रात भर की गई गोलीबारी में अब तक चार लोगों की मौत हो गई और 30 घायल हुए हैं। यह बहुत दुखद है।'

आर एस पुरा, अरनिया, रामगढ़ व हीरानगर क्षेत्रों के सीमावर्ती गांवों में युद्ध जैसी स्थिति के बीच करीब 40,000 से ज्यादा लोगों को अपने घरों को छोड़ना पड़ा है। सीमापार से हो रही गोलीबारी में नागरिकों के जीवन, मवेशियों व संपत्तियों के लिए जोखिम की स्थिति बनी हुई है।

पाकिस्तानी रेंजर्स लगातार तीसरे दिन बुधवार को सीमा सैन्य व नागरिक ठिकानों को निशाना बनाते हुए भारी गोलीबारी कर रहा है।

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