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जम्मू-कश्मीर: घाटी में बड़े हमले की साजिश, 3 संदिग्ध आतंकी हमला कर जंगल में भागे, सर्च ऑपरेशन जारी

पुलिस का कहना है कि फरार हमलावर आतंकी हमले को अंजाम देने की फिराक में थे। उधर, घटना के बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और जम्मू क्षेत्र के आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया।

Updated on: 13 Sep 2018, 07:25 AM

नई दिल्ली:

बुधवार को जैश-ए-मोहम्मद के 3 संदिग्ध आतंकवादियों के जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ और राज्य के मुख्य राजमार्ग पर सुरक्षाकर्मियों पर गोलीबारी करने के बाद लगातार दूसरे दिन भी सर्च ऑपरेशन जारी है। इसको लेकर झज्जर कोटी इलाके को पूरी तरह से घेर लिया गया है और सर्च ऑपरेशन जारी है।

पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार को ट्रक से सफर कर रहे 3 आतंकवादियों ने एक हाइवे के पास वन रक्षक अधिकारी पर गोली चलाई और वहां से शहर के पास एक जंगल में भाग गए। आतंकियों की ओर से की गई फायरिंग में वन रक्षक जख्मी हो गया है।

वहीं पुलिस का कहना है कि फरार हमलावर आतंकी हमले को अंजाम देने की फिराक में थे। उधर, घटना के बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और जम्मू क्षेत्र के आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया।

अधिकारियों ने बताया कि यह वाक्या उस वक्त हुआ जब जम्मू को कश्मीर घाटी से जोड़ने वाले राजमार्ग पर झज्जर कोटी में एक जांच चौकी से गुजरने के बाद ट्रक रफ्तार पकड़ रहा था।

तीनों हमलावरों के झाजर कोटली और नगरोटा के बीच में पड़ने वाले एक जंगल में भाग जाने के बाद जम्मू और इसके आसपास के इलाकों में लोगों में घबराहट पैदा हो गई। माता वैष्णो देवी मंदिर के आधार शिविर कटरा में अतिरिक्त जांच चौकियां बनाई गईं। जंगली इलाकों में ड्रोन तैनात किए गए ताकि फरार हुए आतंकवादियों को ढूंढ निकाला जा सके।
पुलिस, अर्धसैनिक बलों और थलसेना ने एक तलाशी अभियान चलाया और अहम प्रतिष्ठानों के इर्द-गिर्द सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है।

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जम्मू के वरिष्ठ एसएसपी विवेक गुप्ता ने कहा, 'उन्हें रोके जाने के बाद वे झाजर कोटली और नगरोटा के बीच के एक जंगली इलाके में भाग गए। उन्होंने वर्दी पहने एक वन रक्षक को देखा तो उस पर गोलियां चला दी। वह जख्मी हो गया और उसकी हालत स्थिर है।' तीनों आतंकी तो भागने में कामयाब हो गए, लेकिन ट्रक के ड्राइवर और कंडक्टर को पकड़ लिया गया है।

मध्य-कश्मीर के बड़गाम के रहने वाले ड्राइवर से हुई पूछताछ के आधार पर अधिकारियों ने कहा कि तीनों हमलावरों ने बुधवार की सुबह कठुआ-सांभा से घुसपैठ की।

अंतरराष्ट्रीय सीमा से दो-तीन किलोमीटर दूर चक दयाला गांव में ट्रक में सवार हुए। जम्मू-कश्मीर पुलिस का विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ड्राइवर और उसके सहयोगी को झाजर कोटली की उस जगह पर लेकर गया है जहां से उन्हें पकड़ा गया।

एक वरिष्ठ पुलिसअधिकारी ने कहा, ट्रक से बरामद दवाओं और मेवों सहित अन्य सामानों से पता चलता है कि वे आतंकवादी हमले को अंजाम देने आए थे।

एसएसपी ने बताया कि 1 एके राइफल और तीन मैगजीन ट्रक से जब्त किए गए थे। अधिकारियों ने ब्यौरा देते हुए बताया कि किसी नाले से होकर तीनों शख्स भारत की सीमा में दाखिल हुए।

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एक अधिकारी ने कहा, 'इसका (नाला)अक्सर इस्तेमाल किया जा रहा है। इस मुद्दे को उठाया गया है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय सीमा की निगरानी करने वाली बीएसएफ हर बार इसे मानने से इनकार कर देती है।'

उधर, जम्मू कश्मीर पुलिस ने लोगों से आतंकवादियों के बारे में सूचना देने की अपील की है।

पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि जम्मू के पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) को मोबाइल नंबर 7006690780 पर इस बारे में सूचना दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुखबिर को उचित पुरस्कार दिया जाएगा। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादियों की उम्र 18 से 22 साल के बीच है।