14 घंटे तक बर्फ के पहाड़ में दबे रहने के बाद भी नहीं मानी हार, सांस लेते हुए बाहर निकला भारत मां का लाल
बर्फ के नीचे दबे लोगों को बचाने के लिए हुए सर्च ऑपरेशन में कुल दो जवानों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है.
श्रीनगर:
बचपन से हम एक कहावत सुनते आ रहे हैं- जिंदगी और मौत दोनों ही भगवान के हाथ में होती है. जम्मू और कश्मीर के कुलगाम में ये कहावत एक बार फिर से सही साबित हुई है. गुरूवार को कुलगाम जिले में जवाहर सुरंग के पास भारी बर्फबारी के बाद हुए भयानक हिमस्खलन में करीब 10 लोग दब गए थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिमस्खलन में बर्फ का एक बड़ा-सा पहाड़ पुलिस चौकी पर आकर गिर गया था. बर्फ के पहाड़ की चपेट में आई चौकी बुरी तरह से नष्ट हो गई थी. इस आपदा में 6 पुलिसकर्मी, 2 दमकल कर्मी और दो अन्य कैदी बर्फ के नीचे दब गए थे. हिमस्खलन के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था.
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बर्फ के नीचे दबे लोगों को बचाने के लिए हुए सर्च ऑपरेशन में कुल दो जवानों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. बचाए गए एक जवान का नाम गुलजार अहमद है, जो 14 घंटे तक बर्फ के नीचे दबे रहने के बाद भी जिंदा है. घंटों तक बर्फ के नीचे दबे रहने की वजह से गुलजार के शरीर का रंग बदल गया है. गुलजार अहमद और एक अन्य जवान को बाहर निकालने के बाद तुरंत उपचार के लिए भेज दिया गया. बता दें कि इस भयानक हिमस्खलन में अब तक 7 लोगों के शवों को बरामद कर लिया गया है. जबकि एक अन्य की तलाश में सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है.
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जैसा कि पहले ही माना जा रहा था कि हिमस्खलन के बाद बर्फ में फंसे बाकी के लोगों को जिंदा बचाना काफी मुश्किल लग रहा था. गौरतलब है कि बीते 3 दिन से लगातार हो रही भारी बर्फबारी और लैंड स्लाइड्स की वजह से जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे की जवाहर टनल बंद है.
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