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शाहरुख के जन्माष्टमी मनाने पर बवाल, क्या दूसरे धर्म का त्योहार मनाना गलत है? देखिए सबसे बड़ा मुद्दा

दो दिन पहले जन्माष्टमी के मौके पर बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खाने ने अपने घर पर दही हांडी का उत्सव क्या मनाया धर्म के ठेकेदारों की भौंहे तन गई।

Updated on: 07 Sep 2018, 08:58 AM

नई दिल्ली:

दो दिन पहले जन्माष्टमी के मौके पर बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खाने ने अपने घर पर दही हांडी का उत्सव क्या मनाया धर्म के ठेकेदारों की भौंहे तन गई। मुस्लिम धार्मिक संगठन ने इसे इस्लाम के खिलाफ बताते हुए उन्हें इस्लाम से खारिज कर दिया। अब ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या दूसरे धर्म का त्योहार मनाना गलत है? इसी मुद्दे पर आज आपके पसंदीदा चैनल न्यूज स्टेट (उत्तर प्रदेश/उत्तराखंड) पर शाम 8.30 बजे बड़ी बहस होगी जिसमें एंकर अनुराग दीक्षित के साथ आप भी ट्विटर और फेसबुक के जरिए जुड़ सकते हैं और अपना सवाल पूछ सकते हैं।

क्या है पूरा मामला

दरअसल जन्माष्टमी के दिन शाहरुख खाने ने दही हांडी फोड़ने पर देवबंद के उलेमा भड़क गए हैं। उलेमाओं ने इसे नाजायज और इस्लाम में हराम करार दिया। उन्होंने बॉलीवुड के बादशाह के खिलाफ फतवा जारी कर दिया है।

फतवा ऑन मोबाइल सर्विस के चेयरमैन मुफ्ती अरशद फारूकी ने कहा कि किसी के त्योहार में शरीक होना अलग बात है, लेकिन गैर-इस्लामिक त्योहार को अपने घर पर मनाना और उस धर्म की परंपरा का आयोजन करना इस्लाम में सही नहीं।

वहीं देवबंद के उलेमा मौलाना नदीम उल वाजदी ने इसे इस्लाम और शरीयत के खिलाफ बताया था। उन्होंने कहा था कि,' इस्लाम में दूसरे धर्म के उत्सव मनाने की मनाही है। एक मुसलमान का हिंदू पर्व मनाना और उसमें शरीक होना शरीयत के अनुसार गलत है। इस्लाम इस बात की इजाजत नहीं देता कि कोई भी मुसलमान अपने धर पर गैर-इस्लामिक त्योहार मनाए।'