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International Yoga Day 2019: हर साल 21 जून को योग दिवस मनाने का ये है कारण

भारत में योग (Yoga) करने की परंपरा करीब 5000 साल से भी ज्यादा पुरानी है. धर्म ग्रंथों में योग को शरीर और आत्मा के बीच सामंजस्य का अद्भुत विज्ञान माना जाता है.

Updated on: 20 Jun 2019, 06:09 AM

नई दिल्ली:

भारत में योग (Yoga) करने की परंपरा करीब 5000 साल से भी ज्यादा पुरानी है. धर्म ग्रंथों में योग को शरीर और आत्मा के बीच सामंजस्य का अद्भुत विज्ञान माना जाता है. इस प्रचीन विद्या को पूरी दुनिया के लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2019) मनाया जाता है.

योग दिवस (Yoga Day) मनाने की शुरुआत 2015 में हुई थी. हालांकि योग करने के लिए किसी खास दिन की जरूरत नहीं होती लेकिन इसे मानाने के लिए एक विशेष दिन चुना गया. आइए जानते हैं कि 21 जून को हर साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस क्यों मनाया जाता है.

21 जून को सबसे लंबा दिन है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा को अपने संबोधन के दौरान कहा था कि 21 जून ही एक ऐसा दिन है जब उत्तरी गोलार्ध में साल का सबसे लंबा दिन होता है. इस दिन सूर्य सबसे जल्दी उगता है. इसके अलावा भारत में 21 जून ग्रीष्मकालीन संक्रांति का दिन भी होता है.

International Yoga Day का इतिहास

11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को इंटरनेशनल योग दिवस या विश्व योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा हुई. इसके बाद 2015 से हर साल 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाता है.

Yoga Day Theme

2015: सद्भाव और शांति की खातिर योग Yoga for Harmony and Peace
2016: युवाओं को जोड़ें Connect the youth
2017: स्वास्थ्य के लिए योग Yoga for Health
2018: शांति की खातिर योग Yoga for Peace
2019: पर्यावरण के लिए योग Yoga for Climate Action