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पुलवामा हमला: अमेरिका सहित कई देशों ने की कड़ी निंदा, भारत के साथ खड़े हुए कई देश

इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के कम से कम 42 जवान शहीद हुए है. घटना के बाद से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ पड़ी है. यही नहीं, हमले के बाद जम्मू में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं.

Updated on: 15 Feb 2019, 11:18 AM

नई दिल्ली:

जम्मू एवं कश्मीर में 1989 में आतंकवाद के सिर उठाने के बाद से हुए अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले में एक आत्मघाती हमलवार ने गुरुवार को पुलवामा जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर अपनी विस्फोटकों से लदी एसयूवी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की बस से टकरा दी और उसमें विस्फोट कर दिया. इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के कम से कम 42 जवान शहीद हुए है. घटना के बाद से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ पड़ी है. यही नहीं, हमले के बाद जम्मू में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं.

इस आतंकी हमले के बाद अमेरिका, इजरायल, रूस और फ्रांस समेत दुनियाभर के कई देशों ने निंदा की है. अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा, ' भारत के राज्य जम्मू-कश्मीर में भारतीय सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमले की अमेरिका कड़ी निंदा करता हैं. हम पीड़ित और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं, हम कामना करते हैं की घायल जल्द से जल्द स्वस्थ्य हों.'

वहीं इजरायल ने भी पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है. भारत में इजरायल के राजदूत रॉन मालका ने कहा, 'इजरायल पुलवामा में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता है और इस मुश्किल समय में अपने भारतीय दोस्तों के साथ खड़ा है. हम सीआरपीएफ और शहीद जवानों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.'

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भी भारत के पीएम नरेंद्र मोदी से बातचीत की. इसके साथ ही उन्होंने पुलवामा हमले में शहीद जवानों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की.' 

श्रीलंका के पीएम रानिल ने पुलवामा हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा, 'कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए भीषण आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते है. यह 1989 के बाद जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़ा आतंकी हमला है. मैं पीएम मोदी और पुलिस अधिकारियों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने अपनी जान गंवाई.'

मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा, 'आज जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों के काफिले पर आत्मघाती आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं. मैं मृतकों और घायलों के शोक संतप्त परिवारों के लिए अपनी प्रार्थना और संवेदना प्रकट करता हूं.'

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा, 'इस दुख की घड़ी में हम भारत सरकार और देशवासियों के साथ है. इस हमले में शहीद हुए परिवारों के साथ हमारी संवेदना है. घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करते है.'

उन्होंने कहा- बांग्लादेश सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ है और किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ एक जीरो-टॉलेरेंस पॉलिसी बनाए रखता है. हम आतंकवाद को खत्म करने के लिए भारत सहित अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ काम और सहयोग करना जारी रखेंगे.

बता दें कि आतंकवादी संगठन ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है. पुलिस ने आतंकवादी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के तौर पर की है.अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था. धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए और आस पास बिखरे क्षत-विक्षत शवों को देखा जा सकता है.

घटना उस वक्त की है, जब 78 वाहनों के काफिले में 2,547 सीआरपीएफ जवान जम्मू के ट्रांजिट शिविर से श्रीनगर की ओर जा रहे थे. पुलिस सूत्रों ने कहा कि एक आत्मघाती हमलावर ने दोपहर करीब सवा तीन बजे अपनी कार से अचानक सुरक्षा बलों की बस में टक्कर मारी. इससे पहले पीडीपी, कांग्रेस , आप, नेशनल कॉन्फ्रेंस, टीएमसी समय कई अन्य विपक्षी पार्टियों ने इस हमल की कड़ी निंदा की.