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स्विस बैंक में घटकर आधी हुई भारतीयों की दौलत, अब खातों में सिर्फ 4500 करोड़ रुपये जमा

काले धन के मोर्च पर भारत के लिए अच्छी खबर आई है। स्विटजरलैंड के केंद्रीय बैंक के डाटा के मुताबिक वहां भारतीयों जमा रकम घटकर लगभग आधी हो गई है

Updated on: 30 Jun 2017, 12:05 AM

highlights

  • स्विस बैंक में अब भारतीयों के सिर्फ 4500 करोड़ रुपये, बैंक ने जारी किए आंकड़े
  • स्विस बैंक में विदेशी नागरिकों के 96 लाख करोड़ रुपये जमा हैं

नई दिल्ली:

काले धन के मोर्च पर भारत के लिए अच्छी खबर आई है। स्विटजरलैंड के केंद्रीय बैंक के डाटा के मुताबिक वहां भारतीयों जमा रकम घटकर लगभग आधी हो गई है। दावा किया जा रहा है कि अब स्विस बैंक में भारतीयों का सिर्फ साढ़े चार हजार करोड़ रुपये ही रह गया है।

स्विस बैंकों में भारतीय नागरिकों के जमा पैसों को लेकर पहले भी विवाद होते रहे हैं। लेकिन अब स्विस बैंक के खुलासे से कालेधन पर सरकार की लगाम लगाने की मुहिम रंग लाते हुई दिख रही है।

डाटा के मुताबिक स्विस बैंक में विदेशी नागरिकों के 96 लाख करोड़ रुपये जमा हैं जिसमें भारतीयों के सिर्फ साढ़े चार हजार करोड़ रुपये ही जमा है। 2016 के मुकाबले भारतीयों ने जो रकम जमा कराई है उसमें 45 फीसदी तक की गिरावट आई है।

भारत की राजनीति में काला धन हमेशा से अहम मुद्दा रहा है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी ने इसे देशव्यापी मुद्दा बनाया था। इससे पहले स्विटजरलैंड सरकार ने भारत और दूसरे 40 देशों के लोगों के अकाउंट (स्विस अकाउंट) की जानकारी, संदिग्ध लेन देन और काले धन से संबंधित सूचनाओं के आदान-प्रदान की व्यवस्था को मंजूरी दे दी है। अब इन देशों को सूचना की गोपनीयता और सूचना की सुरक्षा के कड़े नियमों का पालन करना पड़ेगा।

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टैक्स से जुड़ी सूचनाएं के आदान-प्रदान के लिए वैश्विक संधि को मंजूरी के प्रस्ताव पर स्विटजरलैंड की संघीय परिषद ने अपनी मुहर लगा दी है। हालांकि स्विस सरकार ने इस व्यवस्था को अगले साल 2018 में लागू करने का फैसला किया है। इससे भारत सरकार को काले धन से जुड़ी जानकारी 2019 में मिल पाएगी।

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