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IAF करेगी सबसे बड़ा युद्धाभ्यास, पाकिस्तान और चीन की सीमाओं पर उड़ेंगे 1100 से ज्यादा एयरक्राफ्ट

'गगन शक्ति 2018' नाम से यह सैन्य अभ्यास भारतीय वायुसेना की ओर से 10 अप्रैल से 23 अप्रैल के बीच किया जाएगा।

Updated on: 07 Apr 2018, 12:20 AM

नई दिल्ली:

भारतीय वायुसेना (IAF) ने युद्ध की तैयारियों को परखने के लिए चीन और पाकिस्तान की सीमा पर अपना सबसे बड़ा अभ्यास करने जा रही है। 'गगन शक्ति 2018' नाम से यह सैन्य अभ्यास भारतीय वायुसेना की ओर से 10 अप्रैल से 23 अप्रैल के बीच किया जाएगा।

वायु सेना प्रमुख के आदेश पर, एयर फोर्स 48 घंटे के भीतर अपने साजोसामान को युद्ध की तरह रवाना करेगी। इस बीच, आईएएफ अपने पूरे हथियार और उपकरण सूची को अपने सबसे बड़े अभ्यास के लिए तैयार करने में जुटी है।

आपको बता दें कि भारतीय वायुसेना युद्ध की स्थिति से निपटने के लिए 1100 से ज्यादा लड़ाकू, परिवहन और रोटरी विंग (हेलिकॉप्टर) एयरक्राफ्ट को इस अभ्यास में शामिल करेगी।

इस सैन्य अभ्यास में पहली बार तेजस को भी देखा जाएगा, जो दुश्मनों के सामने अपनी ताकत का प्रदर्शन करता हुआ ऑफेंसिव और डिफेंसिव भूमिका निभाता हुआ दिखेगा। इसके अलावा नेवी का कॉम्बेट एयरक्राफ्ट मिग-29 भी अपने साथियों के साथ भाग लेगा।

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प्रोटोकॉल के तहत इस बारे में पाकिस्तान को पहले ही सूचित कर दिया गया है। यह युद्धाभ्यास कितना बड़ा है, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एयर फोर्स के 300 से ज्यादा अधिकारियों और 1500 से ज्यादा एयरमेन को रवाना किया जाएगा।

युद्ध की स्थिती में तीनों सेनाएं मिलकर दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दे सकें, इसके लिए इस बड़े अभ्यास में सेना और नौसेना भी शामिल होगी।

इस दौरान इंडियन एयर फोर्स सभी प्रकार के ऑपरेशनों का अभ्यास करेगी, जिसमें डेजर्ट, हाई एल्टिट्यूड, मैरिटाइम और स्पेशल ऑपरेशन शामिल है।

IAF के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'यह युद्धाभ्यास 20 हजार फीट की ऊंचाई से लेकर गर्म रेगिस्तान और समुद्री हालात में भी किया जाएगा। हम एयर फोर्स की सभी फायरिंग रेंज का इस्तेमाल कर रहे हैं। वायु सेना के जेट अलग-अलग तरह के ग्राउंड पर उतरेंगे।'

अभ्यास के दौरान 1100 एयरक्राफ्ट एक दिन में 3-4 बार हमले की कार्रवाई को अंजाम देंगे। इस तरह से एक दिन में कुल आंकड़ा 3300 से 4400 तक पहुंच जाएगा।

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