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रक्षा प्रतिष्ठानों को ईंधन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सरकार की 'ठोस योजना'

भारतीय तेल कंपनियों ने सभी रक्षा एवं रणनीतिक परिसंपत्तियों को तेल की निर्बाध आपूर्ति के लिए बहुत ठोस योजना बनायी है. इसके लिए ईंधन के ट्रकों को राज्य के लिए रवाना कर दिया गया है.

Updated on: 28 Feb 2019, 10:32 AM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान के साथ तनाव बढ़ने के साथ ही भारतीय तेल कंपनियों ने सभी रक्षा एवं रणनीतिक परिसंपत्तियों को तेल की निर्बाध आपूर्ति के लिए बहुत ठोस योजना बनायी है. इसके लिए ईंधन के ट्रकों को राज्य के लिए रवाना कर दिया गया है. शीर्ष अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि पाकिस्तान के साथ लगती सीमा के अग्रिम इलाकों के रक्षा प्रतिष्ठानों में पर्याप्त मात्रा में ईंधन उपलब्ध है.

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तेल कंपनियों ने मंगलवार को जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर हवाई हमले से पहले जम्मू-कश्मीर और अन्य अग्रिम इलाकों में अपने भंडारणों को पूरा कर लिया था. उन्होंने कहा कि अब विमान ईंधन, डीजल और अन्य पेट्रोलियम उत्पादों से भरे तेल के 500 टैंकरों को जम्मू-कश्मीर और अग्रिम इलाकों की ओर रवाना किया जा रहा है. सरकारी स्वामित्व वाली इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) भारतीय वायुसेना को विमान ईंधन की आपूर्ति करती है.

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बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच बन रहे जंग जैसे हालातों के बाद वादियों में भारतीय वायुसेना को तेल की निर्बाध आपूर्ति के लिए यह उठाया गया है. पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान एक दूसरे पर हवाई हमला करने की कोशिश में हैं. जहां पाकिस्तान के f-16 फाइटर जेट को भारत ने मार गिराया, वहीं भारत के पायलट को पाकिस्तान ने पकड़ लिया है.

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