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नोटबंदी: 'ऑपरेशन क्लीन मनी' के तहत 1 करोड़ खातों पर नजर, 18 लाख लोगों को नोटिस

नोटबंदी के बाद कालाधन रखने वालों की पहचान में जुटी आयकर विभाग (आईटी) करीब एक करोड़ बैंक खातों की जांच कर रही है। साथ ही 18 लाख लोगों को नोटिस जारी कर बैंकों में जमा पैसों का स्त्रोत बताने के लिए कहा गया है।

Updated on: 05 Feb 2017, 01:38 PM

highlights

  • आयकर विभाग के सूत्रों ने कहा, 1 करोड़ खातों को खंगाल रहा है विभाग
  • 18 लाख लोगों को भेजा गया नोटिस, सभी के खाते में जमा हुए हैं 5 लाख से अधिक रुपये

नई दिल्ली:

नोटबंदी के बाद कालाधन रखने वालों की पहचान में जुटी आयकर विभाग (आईटी) करीब एक करोड़ बैंक खातों की जांच कर रही है। साथ ही 18 लाख लोगों को नोटिस जारी कर बैंकों में जमा पैसों का स्त्रोत बताने के लिए कहा गया है।

आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया, 'विभाग बड़े स्तर पर एक करोड़ अकाउंट को खंगाल रहा है और टैक्स दाताओं से उनका मिलान किया जा रहा है।' आईटी रिकॉर्ड्स के अनुसार, '3 करोड़ 65 हजार लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किया है।

आईटी रिकॉर्ड्स के अनुसार, 'आयकर विभाग उन सभी खातों की छानबीन कर रहा है और ऑपरेशन क्लीन मनी के तहत संदिग्ध खाताधारकों को एसएमएस और ईमेल भेजे जा रहे हैं।'

आईटी सूत्रों ने पीटीआई से कहा, 'हमने शुरुआत में एक करोड़ खाता धारकों की जांच अपने डाटाबेस से की है। जिसमें हमने 18 लाख खातों को संदिग्ध माना है। इस सभी खातों में 5 लाख से अधिक रुपये जमा हुए हैं। अब हम जांच को आगे बढ़ा रहे हैं।'

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आयकर विभाग ने 31 जनवरी को 'ऑपरेशन क्लीन मनी' प्रोग्राम लॉन्च किया था। जिसके तहत 18 लाख लोगों को ईमेल और एसएमएस के जरिये नोटिस दिया गया है। सभी खातों में 10 नवंबर से लेकर 30 दिसंबर तक 5 लाख और उससे अधिक रुपये जमा किये गए हैं।

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