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VIDEO: पाकिस्तान में बदले सिद्धू के सुर, इमरान खान और बाजवा की तारीफ में पढ़े कसीदे

क्रिकेटर से पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बने इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के शामिल होने से नया विवाद खड़ा हो गया है।

Updated on: 18 Aug 2018, 09:15 PM

नई दिल्ली:

क्रिकेटर से पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बने इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के शामिल होने से नया विवाद खड़ा हो गया है। एक तरफ जहां कांग्रेस शिद्धू के समारोह में शामिल होने से असहज है वहीं दूसरी तरफ कार्यक्रम में शिद्धू के पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) के राष्ट्रपति मसूद खान के बगल में बैठने पर बखेड़ा शुरू हो गया है।

सिद्धू की पीओके के राष्ट्रपति के साथ बैठने वाली तस्वीर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। शिद्धू शपथ ग्रहण समारोह शुरू होने से पहले एक कार्यक्रम में पाकिस्तान के चीफ ऑफ आर्मी कमर जावेद बाजवा से भी गले मिलते कैमरे में कैद हुए थे।

उनका यह वीडिया भारत में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। ऐसे वक्त में जब भारत-पाकिस्तान के रिश्तों इतना तनाव है और सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से लगातार सीजफायर तोड़कर भारतीय जवानों को निशाना बनाया जा रहा है तो शिद्धू का वहां के आर्मी चीफ से गले मिलना कुछ लोगों को रास नहीं आ रहा है।

देखिए कैसे बाजवा से गले मिलने पहुंच गए सिद्धू

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक समारोह में पाकिस्तान आर्मी चीफ बाजवा को गले लगाने की पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने ही की थी। सिद्धू के इस कदम से कांग्रेस के लिए देश में असहज स्थिति पैदा हो गई है।

कांग्रेस ने सिद्धू के फैसले से झाड़ा पल्ला

वहीं सिद्धू के पीओके के राष्ट्रपति के बगले में बैठने के फैसले से जम्मू-कश्मीर कांग्रेस ने पल्ला झाड़ लिया है और गेंद सिद्धू के पाले में ही डाल दी है। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने कहा, वो एक जिम्मेदार व्यक्ति और मंत्री हैं। इसका जवाब सिर्फ वहीं दे सकते हैं। लेकिन हां उन्हें ऐसा करने से बचना चाहिए था।

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वहीं शपथ ग्रहण में शामिल होने को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, 'मैं एक मोहब्बत का पैगाम हिन्दुस्तान से लाया था। जितनी मोहब्बत मैं लेके आया था उससे 100 गुणा ज्यादा मोहब्बत मैं वापस लेके जा रहा हूं। जो वापस आया है वो सूद समेत आया है।'

भारत-पाकिस्तान के रिश्तों के लिए इमरान का सत्ता में आना जरूरी: सिद्धू

राष्ट्रीय चैनल 'पीटीवी' से बातचीत में सिद्धू ने इमरान की प्रशंसा की और कहा, 'पाकिस्तान में नई सरकार के साथ एक नई सुबह हुई है। यह सरकार इस देश की किस्मत बदल सकती है।' उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच शांति प्रक्रिया में इमरान की जीत से लाभ होगा। शुक्रवार को यहां पहुंचे सिद्धू ने कहा, 'मैं अपने दोस्त (इमरान) के आमंत्रण पर पाकिस्तान आया हूं। यह बहुत महत्वपूर्ण क्षण है।'

पाकिस्तान पहुंचने से पहले और पहुंचकर क्या कहा था सिद्धू ने

पाकिस्तान पहुंचने से पहले अटारी-बाघा बॉर्डर सिद्धू ने मीडिया से बातचीत की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि वो पाकिस्तान सद्भावना का दूत बनकर जा रहे हैं। लाहौर पहुंचने के बाद पाक मीडिया से बातचीत में सिद्धू ने कहा था, 'मैं अपने मित्र (इमरान) के आमंत्रण पर पाकिस्तान आया हूं। यह बहुत खास क्षण है।' उन्होंने कहा, 'खिलाड़ी और कलाकार दूरियां (देशों के बीच) मिटा देते हैं। यहां पाकिस्तानी लोगों के लिए प्यार का संदेश लेकर आया हूं।'

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सिद्धू ने 'हिंदुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे!' का नारा लगाया था। उन्होंने इमरान खान की अगुवाई में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार द्वारा देश में आने वाले बदलाव का स्वागत किया।

गौरतलब है कि जब नवजोत सिंह सिद्धू कल बाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान पहुंचे थे तो उन्होंने कहा था कि वो राजनीतिक तौर पर नहीं बल्कि एक दोस्त के हैसियत से समारोह में शामिल होने आए हैं।