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भारतीय संप्रभुता पर खतरे को दोगुनी ताकत से देंगे जवाब: पीएम मोदी

स्वतंत्रता आंदोलन में आजाद हिंद फौज के योगदान और पराक्रम को याद करते हुए एक लंबे भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यहां कहा कि उनकी सरकार बड़े और साहसी फैसले लेने के लिए प्रतिबद्ध है

Updated on: 21 Oct 2018, 03:35 PM

नई दिल्ली:

स्वतंत्रता आंदोलन में आजाद हिंद फौज के योगदान और पराक्रम को याद करते हुए एक लंबे भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यहां कहा कि उनकी सरकार बड़े और साहसी फैसले लेने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही भारतीय सेना को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की परिकल्पना के मुताबिक आधुनिक बनाया जा रहा है। मोदी ने यह टिप्पणी यहां आजाद हिंद सरकार के गठन के 75 वर्ष पूरे होने पर लाल किले से की। उन्होंने इस मौके पर राष्ट्रध्वज भी फहराया।

नेताजी ने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान आजाद हिंद सरकार का गठन किया था। मोदी ने कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी नेताजी के सपने पूरे नहीं हुए। उन्होंने स्वीकार किया कि आजादी के बाद से भारत इन वर्षो में कई कदम आगे निकल गया है, लेकिन नई ऊंचाइयों को छूना अभी बाकी है।

मोदी ने दावा किया कि राजग सरकार उस दौर में एक नए भारत की परिकल्पना के साथ आगे बढ़ कर इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है, जब विनाशकारी शक्तियां हमारे ऊपर हमले कर रही हैं।

मोदी ने जोर देकर कहा कि नए भारत की परिकल्पना बोस की कल्पना के भीतर है। उन्होंने कहा, 'यह प्रत्येक भारतीय का कर्तव्य है कि वह ऐसी ताकतों से लड़ने, उन्हें हराने और राष्ट्र निर्माण में अपनी पूरी क्षमता से योगदान देने के लिए नेताजी से प्रेरित हो।'

प्रधानमंत्री ने पिछली सरकारों पर देश को विदेशी चश्मे से देखने के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, "हमारी सरकार इसे बदल रही है।" उन्होंने ढृढ़ता से कहा कि देश की संप्रभुता बोस की परिकल्पना का एक महत्वपूर्ण पहलू था।

मोदी ने बोस के शब्दों को दोहराया, 'हथियारों की ताकत और जान की कुर्बानी के साथ आपको आजादी हासिल करनी होगी और तब जाकर देश आजाद होगा। आपको राष्ट्र के लिए एक स्थाई सेना बनानी होगी, जिसका काम हमारी स्वतंत्रता की रक्षा करना होगा।'

मोदी ने कहा, 'आज मैं यह कह सकता हूं कि भारत एक ऐसी सेना की रचना की ओर बढ़ रहा है, जिसकी कल्पना नेताजी ने की थी। जोश, जुनून और जज्बा काफी लंबे समय तक हमारी सेना का हिस्सा रहे, लेकिन अब तकनीक, आधुनिक हथियार और उपकरण इनके साथ जुड़ चुके हैं।'

उन्होंने कहा, 'हमारी सेना की मजबूती हमेशा आत्मरक्षा रही है और भविष्य में भी ऐसे ही जारी रहेगी।' मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत कभी भी किसी दूसरे की जमीन का लालची नहीं रहा।

उन्होंने कहा, 'यह हमारा इतिहास रहा है। लेकिन भारतीय संप्रभुता के लिए जो भी खतरा सामने आएगा, उसका जवाब दोगुनी ताकत से दिया जाएगा। सेना को मजबूत बनाने के लिए पिछले चार वर्षो में कई प्रयास किए गए हैं।'

उन्होंने कहा, 'भारतीय सेना के लिए सर्वश्रेष्ठ तकनीक उपलब्ध कराई जा रही है। इस सरकार के पास बड़े और साहसी फैसले लेने की हिम्मत है। और यह आगे भी जारी रहेंगे। सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर नेता जी की फाइलें सार्वजनिक करने का फैसला केवल हमारी सरकार ने किया है। नेता जी द्वारा देखा गया सपना केवल इस सरकार द्वारा आगे ले जाया गया है।'