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आईसीजे चुनाव: जानिए दलवीर भंडारी के बारे में, भारत को जीत की उम्मीद

दलवीर अगर चुने जाते हैं तो वह लगातार दूसरी बार इस पद पर आएंगे। हालांकि, इस पद के लिए उनके और ब्रिटेन के उम्मीदवार क्रिस्टोफर ग्रीनवुड के बीच कांटे की टक्कर देखी जा रही है।

Updated on: 21 Nov 2017, 08:10 AM

नई दिल्ली:

अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में सोमवार को होने वाले चुनाव पर पूरी दुनिया की नजर थी। अंतरराष्ट्रीय अदालत (आईसीजे) की अंतिम सीट के लिए होने वाले चुनाव में ब्रिटेन के उम्मीदवार क्रिस्टोफर ग्रीनवुड के नाम वापस लेने के बाद भारतीय प्रत्याशी दलवीर भंडारी फिर से जज चुन लिए गए हैं।

लगातार दूसरी बार इस पद के लिये चुनाव लड़ रहे भंडारी की ब्रिटेन के उम्मीदवार क्रिस्टोफर ग्रीनवुड के बीच कांटे की टक्कर थी। पिछली वोटिंग में फैसला नहीं हो पाया था।

हेग स्थित आईसीजे में अब तक मुश्किल दिख रहा जज के लिए होने वाला ये चुनाव ब्रिटेन के क्रिस्टोफर ग्रीनवुड के नाम वापस लेने के बाद दलवीर भंडारी की लिए बेहद आसान हो गया।

अपने उम्मीदवार को दौड़ से बाहर करते हुए ब्रिटिश राजदूत ने कहा, 'चुनाव के अगले चरण के लिए सुरक्षा परिषद और संयुक्त राष्ट्र महासभा का मूल्यवान समय बर्बाद करना गलत है।'

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कौन है दलवीर भंडारी

प्रतिष्ठित वकीलों के परिवार को आने वाले दलवीर भंडारी का जन्म एक अक्टूबर 1947 को हुआ था और वह सुप्रीम कोर्ट में बतौर जज रह चुके हैं।

राजस्थान हाई कोर्ट से 1968 से वकालत का सफरनामा शुरू करने वाले दलवीर 1991 में दिल्ली हाई कोर्ट में जज बने। दलवीर 25 जुलाई 2004 को बॉम्बे हाई कोर्ट और फिर 20 अक्टूबर 2005 में सुप्रीम कोर्ट में जज बने।

आईसीजे के लिए 2012 में चुने गए दलवीर

भारत सरकार ने जनवरी-2012 में दलवीर को आईसीजे कि लिए उम्मीदवार बनाया। वह फिलिपींस के फ्लोरेंटिनो फेलिसियानो को हराकर आईसीजे के जज के तौर पर नियुक्त हुए।

कुलभूषण जाधव के केस की सुनवाई वाली पीठ में शामिल रहे दलवीर

पाकिस्तान की जेल में बंद और फांसी की सजा पा चुके कुलभूषण जाधव के मामले की सुनवाई वाली पीठ में दलवीर भी शामिल रहे। इस पीठ ने पाकिस्तान से मामले में अंतिम फैसला आने तक कथित जासूस कुलभूषण जाधव को फांसी न देने का आदेश दिया था।

साथ ही आदेश को मानने को लेकर उठाए गए कदमों से अदालत को अवगत कराने को कहा था। इस फैसले को आईसीजे के 11 सदस्यीय पीठ ने सुनाया था और इसमें दलबीर भंडारी भी शामिल थे।

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