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प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद केरल के सीएम विजयन ने जताई निराशा

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने गुरुवार को राज्य से संबंधित कई मुद्दों पर 22 सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और बाद में इस मुलाकात के नतीजों को लेकर नाखुशी जताई।

Updated on: 19 Jul 2018, 05:32 PM

नई दिल्ली:

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने गुरुवार को राज्य से संबंधित कई मुद्दों पर 22 सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और बाद में इस मुलाकात के नतीजों को लेकर नाखुशी जताई।

केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने भी विजयन के आंकलन से सहमति जताई और कहा कि 'यह निराशाजनक बैठक थी और उनकी (प्रधानमंत्री मोदी की) जैसी प्रतिक्रिया थी, उससे केरल के लिए कोई उम्मीद नहीं बंधती।'

विजयन ने संसद परिसर में मोदी से मुलाकात के बाद मीडिया से कहा, 'इसका नतीजा अनुकूल नहीं रहा।'

विजयन ने कहा, 'हमारे द्वारा उठाए गए मुद्दों में अनाजों के आवंटन में बढ़ोतरी था और यह इस तरह से होना चाहिए था जैसे हमें खाद्य सुरक्षा अधिनियम के लागू होने से पहले मिलता था। लेकिन प्रधानमंत्री ने कहा..कुछ भी नहीं किया जा सकता है।'

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वे बुधवार को केरल से दिल्ली के लिए निकले तो सामान्य विचार यह था कि पलक्कड कोच फैक्ट्री को लेकर कुछ उम्मीद है। लेकिन, यह स्पष्ट है कि केंद्र के पास ऐसी कोई योजना नहीं है।

विजयन ने कहा कि उन्होंने केरल में भारी बारिश और बाढ़ से राज्य में हुए चौतरफा नुकसान का भी मुद्दा उठाया।

विजयन ने कहा, 'हमने केंद्रीय टीम को भेजे जाने का आग्रह किया और उन्होंने (मोदी ने) कहा कि यह किया जाएगा। कोट्टायम के नजदीक सार्वजनिक क्षेत्र की एचएनएल फैक्ट्री की प्रस्तावित बिक्री के निर्णय के संबंध में हमारी मांग थी कि इसे केंद्र सरकार को अपने पास रखना चाहिए या केरल सरकार को स्थानांतरित कर देना चाहिए।'

विजयन ने कहा, 'हम यह भी चाहते हैं कि केंद्र चौड़े बॉडी के विमानों को कोझिकोड आने की इजाजत दे। कुल मिलाकर प्रधानमंत्री से अनुकूल प्रतिक्रिया नहीं मिली।'

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चेन्निथला ने कहा, 'जब हमने एचएनएल के प्रस्तावित बिक्री के बारे में बात की, तो प्रतिक्रिया यह थी कि केरल सरकार भी इसके लिए बोली लगा सकती है। यह मुलाकात निराशाजनक रही।'

इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस राज्य इकाई के प्रमुख एम.एम. हसन, केरल के मंत्री के. रामचंद्रन और जी सुधाकरण, राज्य बीजेपी के पूर्व प्रमुख पी.के.कृष्णदास, इ.टी. मोहम्मद बशीर (आईयूएमएल) व राज्यसभा सदस्य जोस के. मणि (केरल कांग्रेस-मणि) भी शामिल थे।

बैठक के दौरान मोदी ने उन परियोजनाओं की सूची सौंपी, जिसके लिए केंद्र ने धन आवंटित किए हैं लेकिन जिसका प्रयोग नहीं किया गया है। मोदी ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि केरल के एकमात्र केंद्रीय मंत्री के.जे.अल्फोंस को प्रतिनिधिमंडल में शामिल नहीं किया।

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