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नोटबंदी के बाद कर्नाटक की इस इंक कम्पनी की हुई चांदी

RBI ने पैसा जमा करने वाले लोगों की उंगली पर इंक लगाने का निर्देश दिया।

Updated on: 17 Nov 2016, 07:27 PM

नई दिल्ली:

नोट बंदी लागू होने के बाद लोग बार बार पैसे जमाकर रहे थे जिससे बैंककर्मियों के साथ ही साथ लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। RBI ने पैसा जमा करने वाले लोगों की उंगली पर इंक लगाने का निर्देश दिया। इस इंक को बनाने का कॉन्ट्रैक्ट कर्नाटक की एक कंपनी को दिया गया है।

मैसूर पेंट्स एंड वार्निश पब्लिक लिमिटेड नामक इस कम्पनी में काम करने वाले करीब 200 लोग चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। कंपनी के प्रेसिडेंट MA वेंकटेश ने का कहना है कि अब तक उन्हें स्याही बनाने के लिए सिर्फ चुनाव आयोग से ऑर्डर मिलता है। उसके लिए 6 महीने का समय भी मिलता है।

ये पहली बार है जब उन्हें सोमवार को RBI से स्याही बनाने का आर्डर मिला है। वेंकटेश ने बताया कि RBI को तुरंत करीब 3 लाख स्याही की बोतल चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें वित्त मंत्रालय से निर्देश मिले हैं कि हमें जल्द से जल्द RBI के लिए भी स्याही तैयार करनी है।

आपको बता दें कि कंपनी आम तौर पर 5 ML की एक बोतल तैयार करती है। हर एक बोतल से औसतन 500 लोगों की उंगली पर स्याही लगायी जा सकती है। RBI से आई इतनी बड़ी मांग को पूरा करने के लिए इस सरकारी उपक्रम के कर्मचारी दिन रात काम कर रहे हैं।

एक दिन में करीब 30 हज़ार स्याही की बोतल सप्लाई करने के लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं।

RBI ने हमें कुल 2 लाख 96 हजार 500 स्याही की बोतल बनाने का आर्डर दिया है। हम इसके लिए दिन रात काम कर रहे हैं और एक दिन में 30 हजार बोतल बनाकर RBI को सप्लाई कर रहे हैं।

अधिकारियों के मुताबिक रिज़र्व बैंक के अधिकारी हर 5 घंटे में एक बार यहाँ आकर स्याही की बोतल ले जाते हैं। उन्हें जल्द से जल्द देश के हर एक बैंक तक पहुँचाया जा सके।