logo-image

2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए कोलकाता में होगी ग्रांड रैली, यह होंगे शामिल

लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारी के मद्देनजर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में कोलकाता में 19 जनवरी को गैर बीजेपी दलों की एक रैली होने जा रही है.

Updated on: 18 Jan 2019, 12:56 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारी के मद्देनजर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में कोलकाता में 19 जनवरी को गैर बीजेपी दलों की एक रैली होने जा रही है. इस रैली में शामिल होने वाली सभी पार्टी केंद्र की बीजेपी सरकार को सत्ता से हटाना चाहती है. एक वरिष्ठ TMC (तृणमूल कांग्रेस पार्टी) नेता ने रैली में शामिल होने वाले लोगों की जानकारी देते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, NCP (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) प्रमुख शरद पवार और समाजवादी पार्टी (SP) प्रमुख अखिलेश यादव भी इस रैली में शामिल होंगे. बताया जा रहा है कि इस रैली में लाख़ों-लाख़ की संख्या में लोगों के जुटने की संभावना है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी आज (शुक्रवार) शाम कोलकाता के लिए रवाना होंगे.

वहीं कांग्रेस पार्टी प्रतिनिधित्व को लेकर एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और UPA (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) अध्यक्ष सोनिया गांधी इस रैली में हिस्सा नहीं लेगें. उनकी जगह वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और अभिषेक मनु सिंघवी इस रैली में शामिल होंगे.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ममता बनर्जी के नेतृत्व में बुलाई गई बैठक का समर्थन करते हुए एक पत्र लिखा है. उन्होंने लिखा, 'पूरा विपक्ष एकजुट है. मैं विपक्ष की एकता दिखाने के लिए शनिवार को होने वाली ममता दी की रैली का पूरी तरह से समर्थन करता हूं. मुझे आशा है कि हमलोग एक सशक्त भारत का संदेश देने में पूरी तरह से सफल होंगे.'  

और पढ़ें- कांग्रेस के साथ समझौते को तैयार लेकिन राहुल गांधी, शरद पवार को माननी होगी यह शर्त: ओवैसी

जानकारी के मुताबिक इस बैठक में शामिल होने वाले प्रमुख नेताओं के नाम इस प्रकार हैं- आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी प्रमुख चंद्र बाबू नायडू, डीएमके (द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) अध्यक्ष एमके स्टालिन, एनसी (नेशनल कांफ्रेंस) प्रमुख फ़ारुक़ अब्दुल्ला और उनके बेटे ओमर अब्दुल्ला, आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) नेता तेजस्वी यादव, बीएसपी (बहुजन समाजवादी पार्टी) नेता सतीश मिश्रा, आरएलडी (राष्ट्रीय लोक दल) प्रमुख अजीत सिंह और नेता जयंत चौधरी, पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के असंतुष्ट नेता यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी, पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, मिजोरम में विपक्षी नेता लालदूहोमा, अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गेगांग अपांग, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस के निर्दलीय विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी भी शामिल होंगे.