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जेएनयू में पीएम का पुतला फूंके जाने को लेकर गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट

कांग्रेस पार्टी के छात्र संगठन एनएसयूआई जेएनयू कैम्पस के अंदर 'सरस्वती ढाबा' के नजदीक प्रधानमंत्री, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, नाथूराम गोडसे, मालेगांव धमाकों में आरोपी साध्वी प्रज्ञा और योगगुरु बाबा रामदेव के सहित कई लोगों का पुतला एक साथ फू्ंका था।

Updated on: 13 Oct 2016, 08:54 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में मंगलवार को दशहरा के मौके पर कुछ छात्रों के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंके जाने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट मांगी है।

कांग्रेस पार्टी के छात्र संगठन एनएसयूआई जेएनयू कैम्पस के अंदर 'सरस्वती ढाबा' के नजदीक प्रधानमंत्री, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, नाथूराम गोडसे, मालेगांव धमाकों में आरोपी साध्वी प्रज्ञा और योगगुरु बाबा रामदेव के सहित कई लोगों का पुतला एक साथ फू्ंका था।

पुतला दहन के बाद एनएसयूआई कार्यकर्ता और जेएनयू में छात्रसंघ चुनाव में प्रत्याशी रहे सनी दीमान ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान कहा, "पुतला दहन केंद्र की मौजूदा सरकार के प्रति हमारी असंतुष्टि का प्रतीक है... हमारा इरादा सरकार के स्तर पर बुराइयों को खत्म कर देने का है, और हम ऐसा सिस्टम लाना चाहते हैं, जो छात्रों तथा लोगों का ध्यान रखे..."

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पुतला दहन को लेकर विश्वविद्यालय के वाइस-चांसलर ने मामले की जांच पहले ही शुरू कर दी है। इस मामले में यूनिवर्सिटी अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

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