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ओडिशा में भारी बारिश, कमजोर पड़ा चक्रवाती तूफान 'डेई'

अधिकारी ने कहा कि पंजम, सप्ताधारा, कोरुकोंडा नदियां खतरे के निशान से उपर बह रही हैं. मलकानगिरी और छत्तीसगढ़ के बीच सड़क संपर्क टूट गया है.

Updated on: 21 Sep 2018, 02:49 PM

नई दिल्ली:

चक्रवाती तूफान 'डेई' के प्रभाव से ओडिशा के कई भागों में गरज के साथ भारी बारिश हुई. चक्रवाती तूफान शुक्रवार तड़के गोपालपुर में ओडिशा तट से आगे बढ़ गया. तूफान की वजह से गजपति, गंजम, पुरी, रायगढ़ा, कालाहांडी, कोरापुट, मलकानगिरी, नाबरंगपुर जिलों में अत्यधिक बारिश हुई. जनजातीय बहुल मलकानगिरी जिला बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. एक अधिकारी ने कहा, 'पंजम, सप्ताधारा, कोरुकोंडा नदियां खतरे के निशान से उपर बह रही हैं. मलकानगिरी और छत्तीसगढ़ के बीच सड़क संपर्क टूट गया है.'

बारिश की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शुक्रवार को सात दिनों के लिए प्रति व्यस्क प्रतिदिन 60 रुपये और 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रतिदिन 45 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है.

पटनायक ने इसके साथ ही जिला प्रशासन को प्रभावित लोगों तक पहुंचने और उन्हें सहायता प्रदान करने का आदेश दिया. विशेष राहत आयुक्त बिश्नुपडा सेठी ने कहा मलकानगिरी जिले में गुरुवार से बीते 24 घंटे में 166.25 मिलीमीटर बारिश हुई है.

उन्होंने कहा कि 150 लोगों को कोटेरु गांव से सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है, जबकि उन्हें राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है. तेज बारिश की वजह से कोरापुट में कोलाब बांध अधिकारियों ने जलाशय के दो गेट खोल दिए हैं.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अधिकतर जगहों पर भारी बारिश की आशंका और राज्य के कुछ जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश की आशंका जताई है. मौसम विभाग ने मछुआरों को अगले 24 घंटे तक ओडिशा तट के आसपास समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है.

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राज्य सरकार ने अधिकारियों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है. राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) और ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल(ओडीआरएएफ) को विभिन्न जिलों में तैनात किया है.

प्रभावित जिलों में सभी सरकारी कार्यालयों की छुट्टियों को रद्द कर दिया गया है.