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गोरखा मुक्ति मोर्चा के बिमल गुरुंग के माओवादियों से संबंध, पुलिस ने कहा- पुख़्ता जानकारी है पास

असम में अलग राज्य 'गोरखालैण्ड' की मांग करने वाली गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के नेता बिमल गुंरुग के संपर्क विद्रोही समूहों और माओवादियों के साथ संपर्क है।

Updated on: 13 Oct 2017, 03:01 PM

नई दिल्ली:

अलग राज्य 'गोरखालैण्ड' की मांग करने वाली गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के नेता बिमल गुंरुग के संपर्क विद्रोही समूहों और माओवादियों के साथ संपर्क है।

पश्चिम बंगाल के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) अनुज शर्मा ने कहा, 'हमें जानकारी है कि बिमल गुरुंग ने पूर्वोत्तर विद्रोही समूहों और माओवादी के साथ संबंध रखे हैं।'

इसके साथ ही एडीजी ने बताया कि, 'हमें पुख्ता जानकारी मिली है कि बिमल गुरुंग (जीजेएम अध्यक्ष) ने कार्यकर्ताओं को पुलिस दलों पर हमले के निर्देश दिए थे।'

इसके साथ ही पुलिस ने 6 एके-47 राइफल, 19 मिमी पिस्तौल, असला और विस्फोटक सामग्री जब्त की है। दार्जिलिंग में पुलिसकर्मियों के साथ हुई झड़प के बाद कार्रवाई की है।

गौरतलब है कि पुलिसकर्मी और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के समर्थकों के बीच हुए टकराव में पश्चिम बंगाल पुलिस के एएसआई अमिताव मल्लिक की मौत हो गई थी।

पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में पुलिस और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के समर्थक के बीच खूनी संघर्ष हुआ था।

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