logo-image

दिल्ली हाईकोर्ट ने हनीप्रीत के वकील से पूछा, पहले से गिरफ्तारी की आशंका क्यों है?

हनीप्रीत आखिर कहां है, यह अब भी हरियाणा पुलिस के लिए अनसुलझी गुत्थी बनी हुई है। इस बीच पंचकूला पुलिस ने दिल्ली में के ग्रेटर कैलाश में छापेमारी की।

Updated on: 26 Sep 2017, 11:48 AM

नई दिल्ली:

रेप मामले में दोषी गुरमीत राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत और आदित्य इंसां आखिर कहां है, यह अभी भी हरियाणा पुलिस के लिए अनसुलझी गुत्थी बनी हुई है।

इस बीच पंचकूला पुलिस ने दिल्ली में के ग्रेटर कैलाश में छापेमारी की। हालांकि पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। वहीं हनीप्रीत की अग्रिम जमानत याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट में दोपहर 2 बजे सुनवाई होगी।

हनीप्रीत के वकील ने हाईकोर्ट में दलील दी कि उन्हें जान को खतरा है। खुद हरियाणा के डीजीपी कह चुके है। उन्हें तीन हफ्ते की अग्रिम जमानत दी जाए।'

वहीं हाईकोर्ट ने वकील से पूछा कि आपको पहले से ही गिरफ्तारी की आशंका क्यों है?

छापेमारी पर पुलिस ने क्या कहा?

हरियाणा के डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) बीएस संधू ने कहा, 'हनीप्रीत अगर दिल्ली में होती तो पकड़ लेते, वकील के बारे में कुछ नही कह पाऊंगा, हमारी टीम आज हाई कोर्ट में रहेगी, जरूरत पड़ी तो दिल्ली पुलिस से भी लेंगे मदद।'

वहीं दिल्ली पुलिस ने किसी भी जानकारी से इनकार किया है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा 'अब तक हरियाणा पुलिस ने हमें कोई जानकारी नहीं दी है। मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला है की वो दिल्ली में है हम तभी ही वकील की बताई जगह की जांच या सर्च ऑपरेशन करेंगे जब हरियाणा पुलिस हमें कहेगी।'

दिल्ली में है हनीप्रीत

याचिका दायर करने वाले वकील प्रदीप आर्य ने बताया कि हनीप्रीत दिल्ली में ही मौजूद है। आर्य ने कहा, 'हनीप्रीत आज दिल्ली में ही मौजूद थीं। हनीप्रीत उनके दफ्तर भी पहुंची थी और अग्रिम जमानत के कागज पर हस्ताक्षर भी किए थे।'

न्यूज नेशन से खास बातचीत में वकील ने कहा, 'कल (सोमवार) मुलाकात हुई थी। उसे अपनी सुरक्षा की चिंता थी। उसे खतरा है। पेटिशन में भी लिखा है हमने।स्टेट ऑफ हरियाणा और स्टेट ऑफ दिल्ली को पेटिशन सर्व कर दिया है। बाकी सारी चीजें पेटिशन में है वो हम कोर्ट को बताएंगे।'

हनीप्रीत राम रहीम के जेल जाने ( 25 अगस्त) के बाद से फरार है। वह डेरा प्रमुख को हेलीकॉप्टर से पंचकूला से रोहतक ले जाने तक हनीप्रीत सिंह उनके साथ थी।

हनीप्रीत के खिलाफ पुलिस ने देशद्रोह और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। वह हरियाणा पुलिस के मोस्टवांटेड लिस्ट में है।

पंचकूला में अदालत द्वारा डेरा प्रमुख को दोषी करार दिए जाने के बाद व्यापक हिंसा फैल गई थी, जिसमें 38 लोगों की मौत हो गई और 264 लोग घायल हो गए थे।

और पढ़ें: BHU हिंसा मामले में कमीश्नर ने सौंपी रिपोर्ट, विश्वविद्यालय को ही पाया ज़िम्मेदार