logo-image

हाफिज सईद की रिहाई बताता है पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आंखों में झोंक रहा धूल

हाफिज सईद की रिहाई के बाद भारत सरकार के सूत्रों ने बुधवार को अपनी प्रतिक्रिया में ये बात कही।

Updated on: 23 Nov 2017, 08:45 AM

नई दिल्ली:

मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद को रिहा करने का आदेश बताता है कि पाकिस्तान आतंकवाद के मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आंखों में धूल झोंक रहा है।

हाफिज सईद की रिहाई के बाद भारत सरकार के सूत्रों ने बुधवार को अपनी प्रतिक्रिया में ये बात कही। उन्होंने कहा कि यह आतंकवाद पर अंकुश लगाने के इस्लामाबाद के दोहरे रवैये को भी दिखाता है।

उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान को ये दिखाना होगा कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंकी पनाहगाहों को तबाह करने और अपनी जमीन का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए नहीं होने देने का जो आश्वासन दिया है वो उसके लिए काम भी कर रहा है।'

भारत की ओर से यह प्रतिक्रिया पाक के पंजाब प्रांत के न्यायिक समीक्षा बोर्ड के फैसले में हाफिज की नजरबंदी तीन महीने और बढ़ाने की सरकार की अपील को खारिज करने के आदेश के बाद आया है।

पाकिस्तान : मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की नजरबंदी पर लगी रोक हटी, कोर्ट ने दिए रिहाई के आदेश

सईद की रिहाई 26/11 मुंबई हमले की बरसी के आस-पास होगी, जिनमें 166 लोग मारे गए थे।

सरकारी सूत्र ने कहा, 'रिहाई का आदेश यह दिखाता है कि पाकिस्तान उन आतंकियों को खुला माहौल देता है, जो दूसरे देशों के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में संलिप्त रहते हैं और सईद, जो घोषित आतंकवादी है, उसके मामले में भी यही दिखाई देता है कि आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान किस तरह अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आंखों में धूल झोंक रहा है।'

वहीं अन्य सूत्र ने कहा, 'पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आश्वासन देता रहता है कि वह आतंकवाद से निपटने के लिए सभी प्रयास कर रहा है लेकिन वह कभी भी अपने आश्वासन को हकीकत में नहीं बदलता और सईद इस बात का एक उदाहरण है।'

बता दें कि प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा के सरगना को जनवरी से नजरबंद रखा गया है।

पाकिस्तान को हाफिज सईद की रिहाई से डर, लग सकते हैं अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध

डॉन ऑनलाइन की रपट के मुताबिक, इस फैसले के बाद सईद ने मीडिया से कहा कि उसके नजरबंदी का समाप्त होना सच्चाई की जीत है और उसने इस फैसले को भारत की मांगों को एक गंभीर झटका बताया है। भारत मांग करता रहा है कि उसे 2008 के नरसंहार के लिए हिरासत में रखा जाए व दंड दिया जाए।

अदालत ने सरकार को बीते महीने चेतावनी दी थी कि यदि सईद के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं जमा किए जाते हैं तो सईद की नजरबंदी को खत्म कर दी जाएगी।

पाकिस्तान रक्षा मंत्रालय ने पोस्ट किया फर्जी भारतीय लड़की की फोटो, ट्विटर ने सस्पेंड किया अकाउंट

इससे पहले की अदालती सुनवाई के दौरान पंजाब गृह विभाग ने दलील दी थी कि अगर उसे रिहा किया गया तो लोगों की सुरक्षा और सार्वनिक व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा पैदा हो सकता है।

सईद पर 2008 के मुंबई हमले की साजिश रचने का आरोप है, जिसमें 166 भारतीय और विदेशी नागरिकों की मौत हो गई थी। भारत लगातार पाकिस्तान से नरसंहार के आरोपी को सजा देने का आग्रह करता रहा है।

सुषमा स्वराज ने मानी पाकिस्तानी लड़की की मांग, मां के इलाज के लिए मांगा था वीजा