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पुलिस को चकमा देने के लिए हनीप्रीत ने किया था 17 सिम कार्ड का इस्तेमाल

जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत इंसां को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं।

Updated on: 07 Oct 2017, 05:32 PM

highlights

  • फरारी के समय हनीप्रीत ने किये थे 17 सिम कार्ड, पुलिस को भनक लगते ही तोड़ देती थी सिम
  • हनीप्रीत की करीबी सुखदीप ने किया दावा, हनीप्रीत ने सिरसा में डेरा में सबूत मिटाने की कोशिश की थी

नई दिल्ली:

जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत इंसां को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं।

हनीप्रीत के साथ पकड़ी गई सुखदीप कौर नाम की महिला ने खुलासा किया है कि हनीप्रीत जब पुलिस से बच रही थी तो इस दौरान उसने 17 सिम कार्ड इस्तेमाल किए और जैसे ही हनीप्रीत को भनक लगती थी कि पुलिस को उसके द्वारा इस्तेमाल किए गए नंबर की जानकारी मिल गई है तो वो उस सिम कार्ड को तोड़ देती थी।

सूत्रों के मुताबिक, सुखदीप ने ये भी बताया कि इन्हीं सिम कार्ड में से एक सिम कार्ड का इस्तेमाल करके हनीप्रीत गुरलीन इंसा के नाम से अपना फर्जी फेसबुक आईडी भी चला रही थी।

सुखदीप कौर ने पुलिस को ये भी बताया है कि 25 अगस्त को हिंसा के बाद हनीप्रीत सिरसा में डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय से तमाम सबूत मिटाने के लिए पहुंची थी और वो ऐसा करने में कामयाब भी रही।

हनीप्रीत को अंदेशा हो गया था कि जिस तरह का माहौल डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ बन रहा है उसके बाद डेरे पर रेड की जाएगी इसी वजह से उसने पुलिस के किसी भी सर्च ऑपरेशन से पहले वहां पर पहुंचकर तमाम सबूत हटवाए और फिर अंडरग्राउंड हो गई।

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इन 38 दिनों में जब हनीप्रीत पुलिस से बच रही थी इस दौरान भी उसका पूरा आदेश डेरा सच्चा सौदा के सिरसा मुख्यालय और बाकी नाम चर्चा घरों पर पहुंचाया जाता था और उसका सिक्का पूरी तरह चलता था।

सुखदीप कौर ने पुलिस को बताया है कि इन 38 दिनों में जब हनीप्रीत पुलिस से बच रही थी तो इस दौरान वो इन 17 सिम कार्ड के जरिए आदित्य इंसा, पवन इंसा और डेरे के तमाम फरार चल रहे लोगों के साथ संपर्क में थी।

हनीप्रीत जब कार में बैठकर किसी भी फरार चल रहे शख्स से बात करती थी तो इस दौरान वो सुखदीप कौर को कार से उतार देती थी और कार को लॉक कर के अकेले ही बात करती थी, ताकि जो बातचीत वो कर रही है वो किसी को भी पता ना लग सके और सुखदीप कौर जो कि उसे संरक्षण दे रही थी हनीप्रीत को उस पर भी भरोसा नहीं था।

आपको बता दें कि हनीप्रीत जांच में सहयोग नहीं कर रही है। हनीप्रीत जिसका असली नाम प्रियंका तनेजा है, को बुधवार को पंचकूला की एक अदालत ने 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। उसे हरियाणा के पड़ोसी राज्य पंजाब से मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था।

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