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गुजरात चुनाव के नतीजे जीएसटी पर जनमत संग्रह नहीं: तृणमूल कांग्रेस

गुजरात विधानसभा को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू किए जाने पर जनमत संग्रह के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।

Updated on: 30 Nov 2017, 11:42 PM

नई दिल्ली:

तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन का कहना है कि गुजरात विधानसभा को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू किए जाने पर जनमत संग्रह के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।

तृणमूल कांग्रेस प्रवक्ता व राज्यसभा में पार्टी के नेता ओ ब्रायन ने कहा कि अगले महीने गुजरात विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश के विकास की बात नहीं कर 'गुजराती स्वाभिमान' को उभार रहे हैं।

ओ ब्रायन ने कहा, 'किसी चुनाव को जनमत संग्रह क्यों मानना चाहिए। यहां घर का खिलाड़ी है जो अपने गृह राज्य में खेल कर रहा है।' 

ओ ब्रायन ने मोदी की बात 'मैं भी आपके बीच से आता हूं। आप कैसे मेरा अपमान कर सकते हैं' को दोहराया और कहा कि इस तरह वह गुजराती स्वाभिमान को उभार रहे हैं। 

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उन्होंने मोदी से कहा, 'आइए विकास की बात कीजिए। आइए और नौकरियों, निम्न स्तर के प्रदर्शन, नोटबंदी, जीएसटी और अर्थव्यवस्था के मसले पर सवालों का जवाब दीजिए।'

राजनीति पर लिखी ओ ब्रायन की पहली किताब 'पार्लियामेंट: व्यूज फ्रॉम द फ्रंट रो' का विमोचन पिछले ही सप्ताह हुआ है। इस किताब में जीएसटी पर 'फार फ्रॉम ए गुड एंड सिंपल टैक्स' शीर्षक से एक अध्याय है।

जीएसटी पर इस अध्याय में उन्होंने लिखा है, 'गुजरात चुनाव से कई सप्ताह पहले हमने बड़े कौतूहल के साथ खाकरा स्पेशल जीएसटी की घोषणा हमने देखी।'

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