गुजरात चुनाव: पहले चरण में 68% वोटिंग, कांग्रेस ने उठाए EVM पर सवाल
गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण में शनिवार को बंपर वोटिंग हुई। 89 सीटों पर 68 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने मतों का प्रयोग किया।
highlights
- गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के दौरान 19 जिलों की 89 सीटों पर 68 फीसदी मतदान हुआ
- मतदान केंद्रों पर सुबह 8 बजे से मतदान की शुरुआत हुई और शाम 5 बजे तक मतदाताओं ने वोट डाले
नई दिल्ली:
गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के दौरान 19 जिलों की 89 सीटों पर पिछले चुनाव के मुकाबले कम मतदान हुआ।
गुजरात के उप-चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा ने चुनाव खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि पहले चरण में अभी तक 68 फीसदी मतदान हुआ है। पिछले चुनाव में यह आंकड़ा 70.75 फीसदी था।
चुनाव आयोग के मुताबिक, कच्छ जिले में 63 फीसदी, सुरेंद्रनगर में 75, मोरबी में 75, राजकोट में 70, जामनगर में 65, भरुच में 71, नर्मदा में 73, खेड में 73, पोरबंदर में 60, देवभूमि द्वारका में 63 जबकि गिर सोमनाथ में 70 फीसदी मतदान हुआ।
वहीं अमरेली में 67, भावनगर में 62, सूरत में 70, नवसारी में 75, वलसाद में 70, बोटड में 60, तापी में 73, जूनागढ़ में 65, डांग में 70 फीसदी मतदान हुआ।
सिन्हा के मुताबिक अंतिम आंकड़ा आने के बाद मतदान फीसदी में बढ़ोतरी हो सकती है।
सिन्हा ने कहा कि पहले चरण की सभी 89 सीटों पर वीवीपैट तकनीक का इस्तेमाल किया गया। वीवीपैट तकनीक की वजह से मतदाताओं को उनके वोटिंग के बाद पर्ची मिलती है, जिससे उनके किसी पार्टी विशेष के पक्ष में मतदान डाले जाने के बारे में पुष्टि होती है।
89 सीटों पर मतदाताओं ने 977 उम्मीदवारों के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
इस दौरान कई जगह पर ईवीएम में गड़बड़ी की भी शिकायत आई, जिसके बाद चुनाव आयोग ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत
कांग्रेस ने शनिवार को निर्वाचन आयोग से गुजरात में पहले चरण के मतदान के दौरान इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में हुई गड़बड़ी का मामला उठाया, जिसे चुनाव आयोग ने सिरे से खारिज कर दिया।
चुनाव आयोग ने कहा कि ईवीएम के साथ ब्लूटूथ को जोड़े जाने के मामले में कोई सच्चाई नहीं है।
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया ने ईवीएम में खराबी और छेड़छाड़ की शिकायत की थी, जिसके बाद आयोग ने अधिकारियों को मामले की जांच के आदेश दिए थे।
आयोग ने कहा, 'ईवीएम और ब्लूटूथ में कोई कनेक्शन नहीं है। ईवीएम में ऐसा कोई रिसेप्टर नहीं होता है और नहीं कोई वायरिंग होती है। ऐसी खबरें बकवास हैं।'
आयोग ने बताया कि ईवीएम में कोई रिसेप्टर नहीं लगा होता है, जिसकी वजह से उसे किसी बाहरी डिवाइस से जोड़ा नहीं जा सकता।
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मोढवाडिया ने पोरबंदर के मुस्लिम बहुल इलाके में तीन वोटिंग बूथों पर ईवीएम से छेड़छाड़ और उसे ब्लूटूथ तकनीक के जरिए बाहर से नियंत्रित करने का आरोप लगाया था।
चुनाव आयोग को सौराष्ट्र और सूरत के कई मतदान केंद्रों के अलावा वलसाड जिले के कोसाम्बा क्षेत्र में ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी होने की कई शिकायतें मिली थीं।
19 जिलों में डाले गये वोट
गुजरात के कच्छ, सौराष्ट्र और दक्षिणी इलाके के 19 जिलों कच्छ, मोरबी, जामनगर, सुरेंद्रनगर, देवभूमि द्वारका, राजकोट, बोटाद, पोरबंदर, जूनागढ़, अमरेली, गिर, सोमनाथ, भावनगर, भरूच, नर्मदा, सूरत, तापी, नवसारी, डांग और वलसाड में वोट डाले गये।
राज्य में दूसरे चरण का चुनाव 14 दिसंबर को होगा और 18 दिसंबर को मतगणना होगी।
कांग्रेस-बीजेपी को जीत की उम्मीद
वोट डालने के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा कि कांग्रेस ने साल 2002, 2007 सहित पिछले हर विधानसभा चुनाव में दावा किया कि उसकी सरकार प्रदेश में बनने जा रही है। लेकिन नतीजा क्या निकला, वह सबके सामने है। सच तो यह है कि कांग्रेस के दावे खोखले साबित हुए और उसकी सरकार बनी ही नहीं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने भरूच के अंकलेश्वर में वोट डालने के बाद कहा कि 'कांग्रेस जीतेगी 110 से ज्यादा सीटें।'
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वहीं पहले चरण का मतदान समाप्त होते ही पीएम मोदी ने ट्वीट कर राज्य के लोगों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने लिखा, 'धन्यवाद गुजरात, रिकार्ड संख्या में मतदान करने के लिए गुजरात की मेरी बहनों और भाइयों के प्रति आभार। मुझे दिख रहा है कि प्रत्येक गुजराती के प्रेम और समर्थन की ताकत से भाजपा ऐतिहासिक जीत की ओर बढ रही है।'
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