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गुजरात में 99 सीटों पर रुका BJP का 'विजय रथ', हिमाचल प्रदेश में दो तिहाई बहुमत के साथ वापसी

बीजेपी को गुजरात में लगातार छठी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का मौका मिला है। वहीं हिमाचल प्रदेश में भी बीजेपी प्रचंड बहुमत की सरकार बनाने जा रही है। यानी कांग्रेस की वापसी का अरमान एक बार फिर 'धूमिल' हो गया।

Updated on: 19 Dec 2017, 10:30 AM

highlights

  • बीजेपी को गुजरात-हिमाचल प्रदेश में मिला पूर्ण बहुमत
  • हिमाचल में बीजेपी के सीएम प्रत्याशी प्रेम कुमार धूमल हारे

नई दिल्ली:

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को गुजरात में लगातार छठी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का मौका मिला है। वहीं हिमाचल प्रदेश में पार्टी ने प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की है। 

हिमाचल में बीजेपी ने कांग्रेस की वापसी के अरमान को 'धूमिल' कर दिया है। जबकि गुजरात में पार्टी सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत जुटाने में सफल रही है।

गुजरात की 182 विधानसभा सीटों में बीजेपी को 99 जबकि कांग्रेस को 77 सीटें मिली। पिछले चुनाव में बीजेपी को 115 सीटें मिली थीं। गुजरात में सरकार बनाने का जादुई आंकड़ा 92 है।

सीटों के लिहाज से देखा जाए तो 2017 में बीजेपी का नुकसान कहीं ज्यादा बड़ा है। पिछले 25 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है जब बीजेपी को गुजरात में 100 से कम सीटों पर संतोष करना पड़ा है।

और मौजूदा चुनाव में यह इसलिए भी अहम हो जाता है कि पार्टी प्रेसिडेंट अमित शाह ने राज्य में मिशन 150 की रणनीति बनाई थी लेकिन पार्टी दहाई अंकों में ही सिमट गई। वहीं 1995 के बाद से राज्य में बीजेपी और कांग्रेस के बीच के मतों का अंतर 7.7 फीसदी रह गया है जबकि 2012 में यह फर्क करीब 9 फीसदी का था।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने एक, भारतीय ट्राइबल पार्टी ने 2 और अन्य ने 3 सीट पर जीत दर्ज की है। भारतीय ट्राइबल पार्टी ने राज्य में कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था।

2012 के मुकाबले इस बार बीजेपी की सीटों में कमी आई है वहीं कांग्रेस की सीटों में इजाफा हुआ है। हालांकि पिछली बार के मुकाबले इस बार गुजरात में बीजेपी का जनाधार मजबूत हुआ है।

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साल 2012 में बीजेपी को विधानसभा चुनाव में 48.30 फीसदी वोटों के साथ 115 सीटें हासिल हुई थीं, जबकि कांग्रेस 40.59 फीसदी वोट के साथ 61 सीटें हासिल कर पाई थी।

इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के वोट शेयर में बढ़ोतरी हुई है। बीजेपी को जहां 49.1 प्रतिशत वोट मिला है। वहीं कांग्रेस पर 41.40 प्रतिशत लोगों ने भरोसा जताया।

हिमाचल प्रदेश

वहीं हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी दो तिहाई की स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में जोरदार तरीके से वापसी करने में सफल रही है।

पार्टी को कुल 68 में से 44 सीटों पर जीत मिली है वहीं कांग्रेस 21 सीटों पर सफलता हाथ लगी है।

हिमाचल में सरकार बनाने का जादुई आंकड़ा 35 है। हालांकि बीजेपी के पार्टी प्रदेश इकाई अध्यक्ष सतपाल सत्ती और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल को हार का सामना करना पड़ा।

वहीं कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और निवर्तमान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और उनके बेटे चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं।

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दिलचस्प बात यह है कि हिमाचल साल 1985 से वैकिल्पक रूप से कभी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी को चुनता आया है। साल 2012 में कांग्रेस ने 36 सीटें जीतीं, जबकि बीजेपी को 26 सीटों से संतोष करना पड़ा, वहीं छह सीटें निर्दलीय नेताओं के हाथ लगीं।

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