अमित शाह का दावा, 'एंटी नेशनल' PFI से जिग्नेश मेवाणी ने लिया चंदा
गुजरात के युवा दलित नेता जिग्नेश मेवाणी के पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से कथित संबंधों को लेकर भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष (बीजेपी) अमित शाह ने निशाना साधा है।
highlights
- अमित शाह का दावा, जिग्नेश मेवाणी की पीएफआई से पैसे लेने की तस्वीरें वायरल हुई
- शाह ने कहा, पीएफआई हमेशा राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है
- बनासकांठा जिले के वडगाम निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार हैं जिग्नेश, कांग्रेस दे रही है समर्थन
नई दिल्ली:
गुजरात के युवा दलित नेता जिग्नेश मेवाणी के पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से कथित संबंधों को लेकर भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष (बीजेपी) अमित शाह ने निशाना साधा है।
शाह ने दावा किया कि जिग्नेश मेवाणी का विवादित संगठन पीएफआई से चंदा लेते हुए एक फोटो वायरल हुई है। जो भारत विरोधी गतिविधि में शामिल रहा है। बीजेपी अध्यक्ष ने इसी बहाने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भी आड़े हाथों लिया।
गांधीननगर में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, 'जिग्नेश मेवाणी की पीएफआई से पैसे लेने की तस्वीरें वायरल हुई है। पीएफआई हमेशा राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है। राहुल गांधी ऐसे किसी व्यक्ति से मिलते हैं, जो राष्ट्र विरोधी संगठन के साथ संबंध रखते हैं और कांग्रेस वोट बैंक के लिए उनके लिए उनको अपनी सीट देती है।'
Jignesh Mewani's pictures of accepting money from PFI has gone viral. PFI has always indulged in anti-national activities. Rahul Gandhi meets such a person who has relations with an anti-national outfit & Congress gives up its seat for him for vote bank consolidation: Amit Shah pic.twitter.com/lopAY7QOj2
— ANI (@ANI) December 10, 2017
शाह ने दावा किया कि, 'कांग्रेस उनके (जिग्नेश) पीएफआई से संबधों को जानती थी नहीं तो वह कांग्रेस का टिकट देती। इसलिए जिग्नेश निर्दलीय लड़ रहे हैं और कांग्रेस उन्हें बाहर से समर्थन दे रही है।'
एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएफआई की राजनीतिक शाखा एसडीपीआई से जिग्नेश ने चुनावी चंदा लिया था। पीएफआई के नेताओं ने जिग्नेश को चंदा देने की बात स्वीकार की है।
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पीएफआई कार्यकर्ताओं पर केरल में वामपंथी और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं की कथित तौर पर हत्या करने का आरोप है।
जिग्नेश गुजरात के उना कांड के बाद दलितों की आवाज बनकर उभरे थे। उन्होंने बीते साल अहमदाबाद से उना के लिए दलित जुलूस निकालकर गोरक्षकों द्वारा सौराष्ट्र क्षेत्र में दलित चर्मकारों पर हुई ज्यादती का विरोध किया था।
उनका आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी के राज में दलितों पर अत्याचार बढ़ा है। वह ऐलान कर चुके हैं कि बीजेपी को हराना उनका मकसद है।
जिग्नेश गुजरात विधानसभा चुनाव में बनासकांठा जिले के वडगाम निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ रहे हैं। कांग्रेस उन्हें बाहर से समर्थन दे रही है।
जिग्नेश ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी और उनकी पार्टी को समर्थन जताया था।
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