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भारत को किसी विदेशी संस्था के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं, फेल हुए मोदी-जेटली: राहुल

राहुल ने न केवल नोटबंदी और जीएसटी (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा बल्कि विश्व बैंक की 'ईज ऑफ डूइंग' रिपोर्ट को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली के दावे पर पलटवार किया।

Updated on: 01 Nov 2017, 06:19 PM

highlights

  • राहुल गांधी ने गुजरात के भड़ूच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा
  • राहुल ने विश्व बैंक की 'ईज ऑफ डूइंग' रिपोर्ट को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली के दावे पर पलटवार किया

नई दिल्ली:

कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने गुजरात के भड़ूच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा।

राहुल ने न केवल नोटबंदी और जीएसटी (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा बल्कि विश्व बैंक की 'ईज ऑफ डूइंग' रिपोर्ट को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली के दावे पर पलटवार किया।

राहुल ने कहा, 'भारत को उसके लोगों के सर्टिफिकेट की जरूरत है और लोग कह रहे हैं कि नरेंद्र मोदी और अरुण जेटली फेल हो गए हैं।' उन्होंने कहा, 'अरुण जेटली कुछ विदेशी संस्थान के आधार पर काम कर रहे हैं। भारत को किसी विदेशी संस्थान के प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है।'

गौरतलब है कि 2015 के लिए जारी वर्ल्ड बैंक की 'ईज ऑफ डूइंग' की रिपोर्ट में भारत की रैकिंग में अप्रत्याशित उछाल आया है। 2014 के मुकाबले भारत की रैकिंग में 30 अंकों की उछाल आई है और यह टॉप 100 में पहली बार जगह बनाने में सफल रहा है।

विश्व बैंक की रिपोर्ट के बाद बीजेपी ने इसे मोदी सरकार की तरफ से किए जा रहे आर्थिक सुधारों का नतीजा बताया था, जिसे कांग्रेस ने पूरी तरह से खारिज कर दिया।

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कांग्रेस ने कहा, 'बतौर वित्त मंत्री अरुण जेटली पूरी तरह विफल साबित हुए हैं और देश की अर्थव्यवस्था गहरे दुष्चक्र में फंस चुकी है।'

राहुल ने कहा, 'जेटली जी कह रहे हैं कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस भारत में कारोबारी माहौल के सुधार की तरफ इशारा कर रहा है। क्या वह वास्तविक दुनिया में रह रहे हैं या सपनों की दुनिया में।'

राहुल तीन दिनों की गुजरात यात्रा पर है। बुधवार को उनकी यात्रा का पहला दिन रहा।  बुधवार को उन्होंने तीन जगहों पर रैली को संबोधित किया और एक रोड भी किया।

राहुल ने कहा, 'आठ वाइब्रेंट गुजरात समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को बताया कि राज्य में जो कंपनियां आ रही हैं, उससे लोगों को रोजगार मिलेगा।

मोदी ने बताया कि राज्य में 84 लाख करोड़ रुपये का निवेश आया लेकिन वास्तव में राज्य में महज 2 फीसदी ही निवेश आया। मैं यह गुजरात सरकार के आंकड़ों की मदद से ही बता रहा हूं।'

इससे पहले वडोदरा की रैली में राहुल गांधी ने किसानों की खराब स्थिति और चुनिंदा उद्योगपतियों को 'फायदा' पहुंचाने वाले 'गुजरात मॉडल' को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।

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राहुल ने इस दौरान एक बार फिर से टाटा की नैनो प्रोजेक्ट को लेकर आम आदमी के हितों की कीमत पर मोदी सरकार पर उद्योगपतियों को 'फायदा' पहुंचाने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, 'आपने कहीं नैनो को सड़क पर चलते देखा है। पूरे हिंदुस्तान में यह गाड़ी नहीं दिखाई देती है। कहीं नैनो दिखाई नहीं देती है। यह मोदी जी का गुजरात मॉडल है। किसानों से जमीन लिया, पानी लिया लेकिन बदले में कुछ नहीं मिला।'

जबकि 'नैनो के लिए 33,000 करोड़ रुपये का लोन दिया वह भी तकरीबन फ्री में, जबकि इस रकम से गुजरात के किसानों का कर्ज माफ किया जा सकता था।'

राहुल ने कहा कि मोदी सरकार विदेश में कही गई बात को सुनती है लेकिन अपनी जनता की बातों को खारिज करती है। उन्होंने कहा, 'गुजरात चुनाव में बीजेपी को करंट लगने वाला है।'

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