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जीएसटी 2017: 'सिंपल टैक्स' हुआ लागू, पीएम मोदी ने कहा ये साझी विरासत, जानें 10 खास बातें

जीएसटी लॉन्चिंग के लिए संसद के सेंट्रल हॉल में शुक्रवार रात 12 बजे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री अरुण जेटली, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और विपक्ष के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

Updated on: 01 Jul 2017, 01:38 PM

highlights

  • शुक्रवार आधी रात को लागू हुआ जीएसटी, पीएम मोदी, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने किया लॉन्च
  • पीएम मोदी ने कहा, जीएसटी किसी एक दल, सरकार की उपलब्धि नहीं, यह हम सब की साझी विरासत है
  • राष्ट्रपति ने कहा, किसी नई चीज को लागू करने पर थोड़ी शुरूआती समस्याएं होती हैं, लेकिन कुछ समय बाद लोग इसे समझने लगते हैं

नई दिल्ली:

आजादी के बाद का सबसे बड़ा कर सुधार जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) शुक्रवार को आधी रात से लागू हो गया।

जीएसटी लॉन्चिंग के लिए संसद के सेंट्रल हॉल में शुक्रवार रात 12 बजे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री अरुण जेटली, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और विपक्ष के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

10 खास बातें-

1. पीएम मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने एक साथ बटन दबाकर पूरे देश में एक कर व्यवस्था की शुरुआत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी ने ऐतिहासिक क्षण पर कहा कि जीएसटी किसी एक दल, सरकार की उपलब्धि नहीं है। यह हम सब की साझी विरासत है। सभी के साझे प्रयासों का परिणाम हैं। उन्होंने अपने भाषण में कहा, 'यह राष्ट्र निर्माण का पल है। सवा सौ करोड़ देशवासी इसका साक्षी है।'

2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह गुड्स एंड सर्विस टैक्स नहीं 'गुड एंड सिंपल टैक्स' है। उन्होंने कहा अब गंगानगर से ईटानगर और लेह से लक्षद्वीप तक एक ही टैक्स रहेगा।

3. उन्होंने कहा, 'आज रात को 12 बजे हम सेंट्रल हॉल में एकत्रित हुए हैं। यह वह स्‍थान है जिसे देश के महान राजनेताओं ने सुशोभित किया है। हम उस स्‍थान पर बैठे हैं जहां संविधान सभा की पहली बैठक हुई। पंडित नेहरू, मौलाना आजाद, सरदार पटेल, बाबा साहब अंबेडकर, सरोजनी नायडू जैसे नेता यहां मौजूद रहे। इसी तरह 14 अगस्‍त 1947 की ऐतिहासिक रात का यह हाल हिस्‍सा रहा है। मुझे नहीं लगता कि जीएसटी के लिए इस स्‍थान से बढ़कर कोई और महत्‍वपूर्ण स्‍थान हो सकता है।

4. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने जीएसटी को 2002 में शुरू हुई लंबी यात्रा का परिणति बताया। उन्होंने कहा, 'यह एक लंबी प्रक्रिया का हिस्सा है। इस पर सालों-साल चर्चा हुई है। मौजूदा और पूर्व के सांसदों ने इस पर लगातार बात की है। इस सतत प्रयास का ही परिणाम है कि हम आज जीएसटी को साकार होते देख रहे हैं।'

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5. राष्ट्रपति ने जीएसटी से होने वाली कुछ परेशानियों पर कहा, 'किसी नई चीज को लागू करने पर थोड़ी सी शुरूआती समस्याएं होती हैं, लेकिन कुछ समय बाद लोग इसे समझने लगते हैं।'

6. वहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि इस लॉन्चिंग के साथ ही देश में 17 से ज्यादा टैक्सों की जगह सिर्फ एक ही टैक्स ले लेगा। उन्होंने कहा, 'यह भारत की एक नई शुरुआत होगी। इससे नए भारत का निर्माण होगा और नए भारत में केंद्र और राज्य मिलकर एकसाथ काम करेंगे।' जेटली ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के योगदान को भी सराहा।

7. आपको बता दें की जीएसटी में चार स्लैब (5%, 12%, 18% और 28%) बनाया गया है, यानी अब अलग-अलग वस्तुओं और सेवाओं को चार स्लैब में रखा गया है।

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8. जम्मू-कश्मीर एकमात्र राज्य है, जहां जीएसटी लागू नहीं हुआ है। महबूबा मुफ्ती की सरकार आम सहमति बनाने में विफल रही है। जम्मू-कश्मीर में 6 जुलाई को जीएसटी कानून बनाया जा सकता है।

9. सरकार के मेगा जीएसटी प्रोग्राम को लेकर विपक्ष में फूट दिखी। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके), वामदल और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने जीएसटी पर आयोजित कार्यक्रम का बहिष्कार किया। वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू), समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी), जनता दल सेक्यूलर (जेडीएस) ने कार्यक्रम में शिरकत की।

10. संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित कार्यक्रम राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति, लोकसभा स्पीकर, पीएम, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के अलावा कई अन्य हस्तियों ने शिरकत की। सेंट्रल हॉल में आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा भी मौजूद थे।

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