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गंगा सफाई के लिए 112 दिनों से अनशन कर रहे 'स्वामी सानंद' का निधन, कांग्रेस ने मोदी सरकार पर उठाये सवाल

गंगा के लिए सशक्त कानून बनाने की मांग को लेकर अनशन कर रहे प्रो. जी.डी. अग्रवाल (स्वामी सानंद) अब इस दुनिया में नहीं रहे.

Updated on: 12 Oct 2018, 12:46 PM

नई दिल्ली:

देशभर के गंगा प्रेमी गंगा की निर्मलता, अविरलता के लिए लामबंद हुए. गंगा के लिए सशक्त कानून बनाने की मांग को लेकर अनशन कर रहे प्रो. जीडी अग्रवाल (स्वामी सानंद) अब इस दुनिया में नहीं रहे. गंगपुत्र स्वामी सानंद का आज AIIMS में निधन हो गया. 22 जून से अनशन कर रहे स्वामी सानंद का निधन दिल का दौरा पड़ने के कारण हुआ. देशभर में गंगा के लिए सशक्त कानून बनाने की मांग कर रहे स्वामी सानंद ऋषिकेश के AIIMS में भर्ती थे. प्रोफेसर जीडी अग्रवाल 22 जून से अनशन पर थे. इस दौरान वे केवल शहद और पानी ही ले रहे थे.

अस्पताल का कहना है कि दिल का दौरा पड़ने के कारण उनकी मौत हो गई. उन्हें यहां लाया गया था. पोटेशियम और दिल से संबंधित दवा नसों के द्वारा दिया जा रहा था.

प्रोफेसर जीडी अग्रवाल के निधन पर पीएम मोदी ने दुख जताया. पीएम मोदी ने कहा, श्री जीडी अग्रवाल के निधन पर दुखी हूं. शिक्षा, पर्यावरण , विशेष रूप से गंगा सफाई की दिशा में उनका जुनून हमेशा याद किया जाएगा. मेरी संवेदना.

87 साल के जीडी अग्रवाल प्रोफेसर रह चुके है और इंडियन सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड में सदस्य भी रह चुके थे. स्वामी सानंद सन्यासी का जीवन जी रहे थे. स्वामी सानंद गंगा नदी की स्वच्छता से जुड़े तमाम मुद्दों पर सरकार तक अपनी आवाज़ पहुंचा चुके हैं. स्वामी सानंद ने इस साल फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखकर गंगा के लिए अलग कानून बनाने की मांग की थी. सरकार की तरफ से किसी प्रकार की पहल न होने पर वे 22 जून से अनशन पर थे.

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार पर निशाना साधा. सुरजेवाला ने कहा, 'मोदीजी ने कहा था कि मां गंगा उन्हें बुला रही हैं लेकिन 2014 के बाद वह और दूषित हो गयी है. 22,000 करोड़ गंगा की सफाई के लिए आवंटित किये गए थे, लेकिन इसका एक चौथाई हिस्सा भी इस्तेमाल नहीं हुआ है. क्या नमामि गंगे जुमला है? जीडी अग्रवाल का त्याग शायद इस सरकार की आंखें खोल दे.'

प्रोफेसर जीडी अग्रवाल के निधन पर केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने शोक जताया. उन्होंने कहा, 'मैं बेहद हैरान हूं. मुझे इस बात का डर था. मैंने नितिन गडकरी और अन्य को उनके निधन की खबर के बारे में सूचित कर दिया है.

प्रोफेसर जीडी अग्रवाल का अनशन खत्म कराने के लिए केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती उनसे मिलने गई थीं और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी फोन पर उनसे बातचीत की थी. स्वामी ने एक्ट लागू होने तक अनशन जारी रखने की बात कही थी. मंगलवार को जल-अन्न त्याग देने के बाद, प्रशासन ने जबरन उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया था. बता दें कि स्वामी सानंद के निधन की खबर के बाद गंगप्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई.