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रेप मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी रेप पीड़िता को नहीं मिली सुरक्षा, मिल रही है जान से मारने की धमकी

पीड़ित परिवार की तरफ से लगे इस आरोप के बाद लखनऊ की एसएसपी एम सैनी ने कहा है कि अगर पीड़ित परिवार जांच से संतुष्ट नहीं हैं तो जांच अधिकारी को बदला भी जा सकता है।

Updated on: 03 Mar 2017, 07:21 PM

नई दिल्ली:

यूपी में हुए रेप के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी दिल्ली पुलिस अभी तक पीड़ित, उसके परिवार और केस से जुड़े अन्य लोगो को सुरक्षा मुहैया नही करा पाई है। गायत्री प्रजापति पर आरोप है कि उन्होंने एक लड़की के साथ अपने घर पर बुला कर उसके साथ रेप किया था।

सुप्रीम कोर्ट ने आपने आदेश में दिल्ली पुलिस कमीश्नर को आदेश दिया है कि दिल्ली पुलिस तुंरत रेप पीड़ित को सुरक्षा मुहैया कराए। इससे पहले पीड़ित पारिवार ने आरोप लगाया था कि उसे जान से मारने की धमकी मिल रही है।

परिवार के तरफ से लगाए जा रहे आरोपों के मुताबिक लड़की का बयान लेने के लिए यूपी पुलिस की एक टीम लखनऊ से दिल्ली के एम्स अस्पताल पहुंची थी।

मामले से जुड़े गवाहों का कहना है कि पुलिस की टीम ने पीड़िता को न सिर्फ मनमाफिक बयान देने के लिए धमकाया बल्कि जब उस मामले में परिवार वालों ने उन्हें रोका तो उन्हें बाद मे नतीजा भुगतने की धमकी दी गई।

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पीड़ित परिवार की तरफ से लगे इस आरोप के बाद लखनऊ की एसएसपी एम सैनी ने कहा है कि अगर पीड़ित परिवार जांच से संतुष्ट नहीं हैं तो जांच अधिकारी को बदला भी जा सकता है।

गवाहों की मानें तो इस मामले में पुलिस वालों ने चार घंटे तक एम्स के अंदर रहकर उन्हें धमकाने का काम किया। इस दौरान किसी ने उनकी मदद नहीं की। जिसके बाद वे लोग हौज खास थाने में पूरे मामले की जानकारी दी।

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हालांकि अभी तक इस मामले में यूपी पुलिस गायत्री प्रजापति को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। सूत्रों के मुताबिक प्रजापति गिरफ्तारी से बचने के लिए अपना ठिकाने बार बार बदल रहे हैं।