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CRPF जवानों पर हमले से फूटा गौतम गंभीर का गुस्सा, कहा अब बातचीत होगी लेकिन युद्ध के मैदान में

आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के किए हमले में सीआरपीएफ के 42 जवानों के शहीद होने से पूरे देश में गुस्सा और गम का माहौल है.

Updated on: 15 Feb 2019, 11:19 AM

नई दिल्ली:

आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के किए हमले में सीआरपीएफ के 42 जवानों के शहीद होने से पूरे देश में गुस्सा और गम का माहौल है. क्या आम क्या खास हर भारतीय केंद्र सरकार से पाकिस्तान और आतंकवादियों के खिलाफ बदला लेने की मांग कर रहा है. इसी क्रम में क्रिकेटर गौतम गंभीर का भी गम और गुस्सा छलका. गौतम गंभीर ने ट्विट के जरिए पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए लिखा, अब बहुत हो गया. चलो पाकिस्तान से बात करते हैं, अलगाववादियों से बात करते हैं, लेकिन इस बार यह बातचीत टेबल पर नहीं बल्कि युद्ध के मैदान में होना चाहिए.

वहीं विस्फोटक बल्लेबाज रहे वीरेंद्र सहवाग ने भी ट्वीट कर हमले पर दुख जताया और लिखा, जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ पर हुए कायराना हमले में हमारे बहादुर जवानों की शहादत से बेहद पीड़ा महसूस कर रहा हूं. मैं अपने दर्द को शब्दों में बयां नहीं कर सकता.

गौरतलब है कि कश्मीर में आतंकवाद के सफाए के लिए चलाये जा रहे ऑपरेशन ऑलआउट से बौखलाए आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने दक्षिण कश्मीर के अवंतीपुरा में सुरक्षाबलों के खिलाफ बड़े हमले को अंजाम दिया जिसमें सीआरपीएफ के 18 से ज्यादा जवान शहीद हो गए. सीआरपीएफ के काफिले को पहले फिदायीन हमले में उड़ाया गया और उसके बाद आतंकियों ने बस पर जबरदस्त फायरिंग शुरू कर दी. आतंकियों ने उस बस को निशाना बनाया जिसमें सबसे ज्यादा जवान सवार थे. आईईडी से हुआ धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए और शहीद जवानों के अंग सड़कों पर बिखर गए.

बताया जा रहा है कि 70 गाड़ियों का सीआरपीएफ का यह पूरा मूवमेंट जम्मू से श्रीनगर की तरफ जा रहा था. 18 सितंबर 2016 को उरी में आतंकियों के बेस कैंप पर हुए हमले के बाद यह जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों पर सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है. उरी हमले में 18 जवान मारे गए थे जिसके बाद भारतीय सेना ने ठीक 10 दिन बाद 29 सितंबर को पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक कर 50 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया था.