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गांधी जयंती पर पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता के लिए दिए ये 4 मंत्र, जानें क्या है वो

गांधी जयंती के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में अंतरराष्ट्रीय स्वच्छता सम्मेलन का आयोजन किया गया. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एनटोनियो गुतारेस भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए.

Updated on: 02 Oct 2018, 02:03 PM

नई दिल्ली:

गांधी जयंती के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में अंतरराष्ट्रीय स्वच्छता सम्मेलन का आयोजन किया गया. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एनटोनियो गुतारेस भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ यहां पर महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ी प्रदर्शनी भी देखी.

इसके बाद महात्मा गांधी इंटरनेशनल सैनिटेशन कन्वेंशन को पीएम मोदी ने संबोधित किया.उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित कार्यक्रम बन चुका है. भारत में स्वच्छता के प्रति जो जागरुकता दिखाई दे रही हैं वो सिर्फ सरकारी नीतियों की वजह से नहीं है बल्कि देश के हर जन ने अपने मन और मष्तिष्क में उतारा और जिसका नतीजा हम सबके सामने है.

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पीएम मोदी ने आगे कहा कि स्वच्छता के मुद्दे पर कई देशों का एक साथ आना एक बड़ी घटना है. आज हम महात्मा गांधी के सपनों को पूरा करने में जुटे हैं. गांधी ने कहा था कि वह स्वतंत्रता और स्वच्छता में से पहले स्वच्छता को प्राथमिकता देते हैं. उन्होंने 1945 में ग्रामीण स्वच्छता के बारे में लिखा भी था. महात्मा के स्वच्छता मंत्र ने देश को एक नई दिशा दी.

उन्होंने आगे कहा कि आज स्वच्छता के काम को लेकर सरकारी दफ्तरों में अब बाबूगीरी नहीं सिर्फ गांधीगीरी चलती है. गांधी सिर्फ गंदगी से बीमारियों के कारण ही स्वच्छता पर ही जोर नहीं देते थे, बल्कि जब हम गंदगी को दूर नहीं करते हैं तो वही अस्वच्छता हमारे अंदर आ जाती है ये परिस्थिति को स्वीकारने का कारण बन जाती है.

इसके साथ पीएम मोदी ने कहा कि 15 अगस्त को लाल किले से स्वच्छता के बारे में बात की. आज स्वच्छता अभियान दुनिया का सबसे बड़ा आंदोलन बन गया है. 2014 से पहले ग्रामीण स्वच्छता का दायरा 38 फीसदी था वो आज 94 प्रतिशत हो गया है.

पीएम मोदी ने स्वच्छता के लिए चार मंत्र फोर P दिया. उन्होंने कहा कि चार दिवसीय इस समारोह में स्वच्छता के चार P पब्लिक फंडिंग, पॉलिटकल लीडरशिप, पार्टनरशिप और पीपल्स पार्टिसिपेशन को मान्यता दी गई है. स्वच्छता में इन चार मंत्रों अहम हैं. उन्होंने कहा, 'अभी हमारा काम बाकी है. बापू के 150वीं जयंती पर हम सब स्वच्छता को लेकर उनका सपना पूरा कर के रहेंगे.

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