logo-image

पूर्व जस्टिस कर्णन ने जुडीशियल सिस्टम का मजाक बनाया: सुप्रीम कोर्ट

चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया जेएस खेहर ने अपने फैसले में लिखा है कि कर्णन ने जो किया और चिट्ठी लिखकर जो गंभीर आरोप जजों के खिलाफ लगाए थे

Updated on: 06 Jul 2017, 12:25 AM

highlights

  • पूर्व जस्टिस कर्णन पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया सामने
  • सुप्रीम कोर्ट ने कहा कर्णन ने भारतीय जुडीशियल सिस्टम का मजाक बनाया

नई दिल्ली:

कोलकाता हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस सीएस कर्णन को सुप्रीम कोर्ट के अवमानना के आरोप में 6 महीने की जेल की सजा मिली है। अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले की कॉपी सामने आ गई है।

फैसले में कोर्ट ने कहा है कि पूर्व जस्टिस कर्णन ने जुडीशियल सिस्टम का मजाब बनाया, कोर्ट के मुताबिक पूर्व जस्टिस कर्णन ने हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जजों के खिलाफ जो आपत्तिजनक बयान दिया उससे जुडीशियल सिस्टम का मजाक बना जिससे विदेशी मीडिया में छवि खराब हुई।

चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया जेएस खेहर ने अपने फैसले में लिखा है कि कर्णन ने जो किया और चिट्ठी लिखकर जो गंभीर आरोप जजों के खिलाफ लगाए थे उससे जुडीशियल सिस्टम का काफी अपमान हुआ जिसकी वजह से ये मामला सुप्रीम कोर्ट की अवमानना का बना।

3 जनवरी को पूर्व जस्टिस कर्णन ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के 20 जजों की लिस्ट भेजी थी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर उनकी जांच की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर संज्ञान लेते हुए जस्टिस कर्णन को अवमानना का नोटिस जारी किया था।

ये भी पढ़ें: ब्रिटेन ने रद्द किया 'बुरहान वानी डे', भारत ने जताया था विरोध

9 मई को सात जजों की बेंच ने पूर्व जस्टिस कर्णन को अवमानना का दोषी मानते हुए 6 महीने की सजा सुनाई थी। जिसके बाद वो फरार चल रहे थे। उन्हें पुलिस ने कोयम्बूटर से गिरफ्तार किया था। कर्णन एक महीने से अधिक समय से गिरफ्तारी से बच रहे थे, और वह कुछ ही दिनों पूर्व सेवानिवृत्त हुए हैं। अभी पूर्व जस्टिस कर्णन जेल में हैं। सुप्रीम कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका को रद्द कर दिया था।

ये भी पढ़ें: चीन की धमकी पर बोला भारत, गतिरोध कूटनीति से सुलझेगा