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चारा घोटाला: तेजस्वी ने लालू के खिलाफ लगाया साजिश ​का आरोप

यह मामला देवघर के जिला कोषागार से फर्जी तरीके से 85 लाख रुपये निकालने से जुड़ा हुआ है।

Updated on: 23 Dec 2017, 11:41 PM

highlights

  • सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह तीन जनवरी को इस मामले में सजा सुनाएंगे
  • लालू को बदनाम करने और उसे सलाखों के पीछे रखने के लिए भाजपा और नीतीश कुमार की साजिश का पता लगाया जाए

नई दिल्ली:

चारा घोटाले में सीबीआई की विशेष अदालत ने शनिवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को दोषी करार दिया। फैसले के बाद लालू प्रसाद के बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके पिता को राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। हम हाई कोर्ट में फैसले को चुनौती देंगे।

आज के फैसले के बाद तेजस्वी यादव ने कहा, 'लालू जी को बदनाम करने और उसे सलाखों के पीछे रखने के लिए भाजपा और नीतीश कुमार की साजिश का पता लगाया जाए। यह अंतिम निर्णय नहीं है, क्योंकि हमारे पास हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट है। अंतिम फैसला सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया जाएगा।'

उन्होंने कहा कि ऐसे कई मामले हैं, जिनके फैसले को बदलना पड़ता है, जब वह निचली अदालत से हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट तक जाते हैं।

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तेजस्वी ने आगे कहा, 'आज बीजेपी के नेता मजे ले रहे हैं। लालू जी को साजिश कर फंसाया गया। हमने अपनी विचारधारा से समझौता नहीं किया, इसलिए हमारे खिलाफ साजिश की जा रही है। नीतीश ने डरकर सत्ता के लालच में समझौता कर लिया। 14 जनवरी के बाद हम जनता के बीच में जाएंगे और सच्चाई बताएंगे।'

लालू को दोषी ठहराए जाने के अलावा अदालत ने पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा और अन्य 5 आरोपियों को इसी मामले में बरी कर दिया। सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह तीन जनवरी को इस मामले में सजा सुनाएंगे।

यह मामला देवघर के जिला कोषागार से फर्जी तरीके से 85 लाख रुपये निकालने से जुड़ा हुआ है। मामले की सुनवाई रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने 13 दिसंबर को पूरी कर ली थी। इस पूरे मामले में कुल 34 आरोपी थे, जिनमें से 11 की मौत हो चुकी है। जबकि एक आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और सीबीआई का गवाह बन गया।

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