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जेटली का यशवंत सिन्हा पर बड़ा हमला, 80 साल की उम्र में खोज रहे नौकरी, अपना कार्यकाल भूले

देश की आर्थिक स्थिति पर यशवंत सिन्हा और कांग्रेस की तरफ से की गई आलोचना के एक दिन बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सरकार की आर्थिक नीतियों का बचाव किया है।

Updated on: 29 Sep 2017, 09:00 AM

नई दिल्ली:

देश की आर्थिक स्थिति पर की गई आलोचना के एक दिन बाद चुप्पी तोड़ते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यशवंत सिन्हा पर हमला करते हुए कहा कि वो 80 की उम्र में नौकरी पाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वित्तमंत्री रहते वो अपने कार्यकाल को भूल गए हैं और नीतियों की बजाय व्यक्तियों पर हमला कर रहे हैं।   

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों का बचाव करते हुए कहा कि देश से भ्रष्ट्राचार खत्म करने के लिये वर्तमान आर्थिक नीतियां बनाई गई हैं।

उन्होंने 'इंडिया@70, मोदी@3.5' नामक किताब के लोकार्पण कार्यक्रम में कहा, 'संभवत: किताब के लिये सही शीर्षक इंडिया@70, मोदी@3.5 और नौकरी का आवेदक @80 होता।'

उन्होंने कहा कि मिलीभगत करने से सचाई नहीं बदल जाएगी। उन्होंने सिन्हा पर कांग्रेस के वरिष्ठ् नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के साथ मिलीभगत कर अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दोनों एक दूसरे के खिलाफ जिन शब्दों का इस्तेमाल किया था वो भूल गए हैं। 

उन्होंने यशवंत सिन्हा के सवालों का जवाब नहीं दिया लेकिन लेकिन ये ज़रूर कहा, 'ये मानना होगा कि मुझे पूर्व वित्त मंत्री होने का सुख नहीं है... और ना ही पूर्व वित्तमंत्री होते हुए स्तंभकार बनने का सुख।'

उन्होंने यशवंत सिन्हा और यूपीए सरकार में वित्तमंत्री रहे पी चिदंबरम पर निशाना साधते हुए कहा, 'ऐसे में मैं पॉलिसी पैरालिसिस आसानी से भूल सकता था। 1991 की आर्थिक संकट को भूल पूरे प्रकरण को अलग रंग दे देता। लोगों के बारे में कुछ कहता जो बड़ा आसान है।'

वित्तमंत्री जेटली ने नोटबंदी और जीएसटी को देश की आर्थिक स्थिति के लिये फायदेमंद बताते हुए कहा कि महंगाई को रिकॉर्ड स्तर पर ले जाने वाले लोग आज सवाल पूछ रहे हैं।

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अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने एक अंग्रेजी अखबार में कॉलम लिखकर नोटबंदी और जीएसटी के फैसलों पर सवाल उठाए थे।

उन्होनें यशवंत सिन्हा की इस बात को खारिज किया कि देश की आर्थिक स्थिति लुढ़क रही है। उन्होंने टैक्स कलेक्शन की जानकारी देते हुए कहा कि देश की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो रही है।

उन्होंने कहा, 'डायरेक्ट टैक्स पिछले साल की तुलना में 15.7 फीसदी बढ़ी है। किसी की कल्पना में तथाकथित मंदी ने देश पर असर नहीं डाला है।'

नोटबंदी की आलोचना पर जेटली ने कहा कि नोटबैन से छद्म अर्थव्यवस्था को निशाना बनाया गया।

उन्होंने कहा, 'नोटबंदी से अज्ञात और अवैध धन को बाज़ार से हटाने के लिये लाया गया। प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता है कि छद्म अर्थव्यवस्था पर रोक लगाई जाए।'

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यशवंत सिन्हा ने अपने लेख में कहा है, 'वित्त मंत्री द्वारा अर्थव्यवस्था को चौपट होता देख अगर वो अब भी चुप बैठे तो यह नागरिक कर्तव्यों से पीछे हटना होगा।'

'मैं जानता हूं कि मैं जो कहने जा रहा हूं वो पार्टी के ज़्यादातर लोगों की संवेदनाओं को चोट करेगा जो पार्टी के लिए खुल कर बोलने से डरे हुए हैं।'

वित्त मंत्री अरुण जेटली के बारे में उन्होंने लिखा है, 'अरुण जेटली को इस सरकार में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है और यह पहले से ही तय माना गया था कि 2014 में बीजेपी की सरकार में वित्त मंत्री अरुण जेटली ही होंगे।'

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