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सिद्धू के पाकिस्तान जाने पर बोले शहीद औरंगजेब के पिता, इमरान खान भी बढ़ाएं दोस्ती का हाथ

वहीं शौर्य चक्र विजेता शहीद औरंगजेब के पिता मोहम्मद हनीफ़ ने इस यात्रा का समर्थन करते हुए कहा कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख को भी एक बार भारत आकर हमसे मिलना चाहिए।

Updated on: 21 Aug 2018, 11:03 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस नेता और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान जाने और इमरान ख़ान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने को लेकर राजनीतिक बवाल मचा है। वहीं शौर्य चक्र विजेता शहीद औरंगजेब के पिता मोहम्मद हनीफ़ ने इस यात्रा का समर्थन करते हुए कहा कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख को भी एक बार भारत आकर हमसे मिलना चाहिए। मोहम्मद हनीफ़ ने कहा, 'सिद्धू साहब पाकिस्तान के सेना प्रमुख से मिले, मुझे लगता है कि उन्हें भी हमसे मिलना चाहिए। मैं इमरान ख़ान से कहना चाहता हूं कि वो हमारी तरफ एक क़दम आगे बढ़ाएंगे तो हम उनकी तरफ सौ क़दम बढ़ाएंगे।'

इतना ही नहीं उन्होंने पीएम मोदी से भी अपील करते हुए कहा, 'मैं पीएम मोदी से अनुरोध करूंगा कि वो इमरान ख़ान से मुलाक़ात करें। भारत और पाकिस्तान के बीच एक ऐसी समझ बने जिससे कि दोनों देश के लोगों की हत्या बंद हो और दोनों विकास की तरफ अग्रसर हों।'

इससे पहले पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख को गले लगाने के मामले में आलोचना करने वालों को जवाब देते हुए पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को कहा कि जनरल कमर जावेद बाजवा, प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह से पहले उनसे मुश्किल से एक मिनट के लिए ही मिले थे।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "मैं उनसे बाद में नहीं मिला था।" सिद्धू ने कहा कि 18 अगस्त को इस्लामाबाद में शपथ ग्रहण समारोह में उनके स्थान को अंतिम समय में बदल दिया गया था और उन्हें नहीं पता था कि कौन उनके पास बैठा है।

उन्होंने कहा उनका पाकिस्तान दौरा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि है, जो दोनों देशों के बीच शांति चाहते थे। सिद्धू ने कहा कि उन्हें पाकिस्तान में बहुत सारा प्यार और स्नेह मिला और भारत में मिली कुछ प्रतिक्रियाओं ने उन्हें निराश किया।

सिद्धू कहा कि वह आमंत्रण और इमरान खान के बार-बार आग्रह करने पर पाकिस्तान गए थे। सिद्धू ने कहा, "हमारी सरकार ने भी मुझे पाकिस्तान जाने की इजाजत दी थी।  

पाकिस्तान द्वारा मुझे वीजा दिए जाने के दो दिन बाद हमारी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मुझे फोन किया और बताया कि मुझे वहां जाने की इजाजत मिल गई है।"

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वहीं नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने सिद्धू का बचाव करते हुए ट्वीट किया, "मैं सिद्धू का धन्यवाद करता हूं कि वह मेरे शपथ ग्रहण समारोह के लिए पाकिस्तान आए। वह शांति दूत थे और उन्हें यहां पाकिस्तान के लोगों द्वारा प्यार और सम्मान दिया गया। जो भी लोग भारत में उन्हें निशाना बना रहे हैं, वे उपमहाद्वीप में शांति को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। बिना शांति के हमारे लोग प्रगति नहीं कर सकते।"

खान ने भारत से आह्वान किया कि विवादों को बातचीत के माध्यम से हल किया जा सकता है। 

उन्होंने कहा, "आगे बढ़ने के लिए पाकिस्तान और भारत को बातचीत करनी चाहिए और कश्मीर समेत अपने टकरावों को हल करना चाहिए। गरीबी को हराने और उपमहाद्वीप के लोगों के जीवनस्तर को ऊपर उठाने का सबसे बेहतर तरीका बातचीत के माध्यम से हमारे मतभेदों को हल करना और व्यापार शुरू करना है।"