logo-image

फारूक अब्दुल्ला ने पीएम मोदी को दे दी नेहरू जैसा बनने की सलाह, योगी पर भी साधा निशाना

बुलंदशहर हिंसा पर अब फारूक अबदुल्ला ने बड़ा बयान देते हुए मुख्यमंत्री योगी पर निशाना साधा है. फारूक ने कहा कि जहां इस तरह का मामला हुआ और वहां का सीएम कबड्डी का मैच देख रहा था, वोट मांग रहा था.

Updated on: 06 Dec 2018, 08:09 PM

नई दिल्ली:

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने बुलंदशहर हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी पर निशाना साधा है. फारूक ने कहा कि जहां इस तरह का मामला हुआ और वहां का सीएम कबड्डी का मैच देख रहा था, वोट मांग रहा था. इस्पेक्टर के परिवार को किसने देखा था. उन्होंने कहा, ' जब नेहरु ने झंडा फहराया तो कभी सोचा नहीं था कि देश को इस तरह से बांटा जाएगा. आज जो देश में हुकूमत आई है वो देश को बांटने का काम कर रही है.'

फारूक ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, 'क्या राम को वोट चाहिए, क्या अल्लाह को वोट चाहिए वोट तो हम लोगों को चाहिए. आज की सरकार ने जो वादे किए थे वो पूरा नहीं कर पाई, देश में जीएसटी, नोटबंदी की जिससे कई कंपनियां और लोग बर्बाद हो गए.'

उन्होंने ये भी कहा, 'आज की सरकार ने पिछले साढ़े चार साल में क्या किया सिर्फ नफरत फैलाया है. जम्मू में भी हिंदू-मुस्लिम के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश की गई. आज सरकार ने अलग-अलग संस्थानों में RSS के लोगों को रखा जो उन्हें खराब कर रही है. आज किताबों में नेहरू और इंद्रा गांधी को गाली दी जा रही है लेकिन उन्होंने जो कुर्बानी दी है वो मैं कभी नहीं भूल सकता. इन्होंने जो सरदार पटेल का स्टेच्यू बनाया वो भी कांग्रेस के थे बीजेपी और आरएसएस के नहीं थे.'

ये भी पढ़ें: हैदराबाद में गरजे योगी, कहा- तेलंगाना में BJP जीती तो ओवैसी को भागना पड़ेगा

योगी आदित्यनाथ के ओवैसी को बाहर निकालने के बयान पर फारूक ने कहा कि पहले इतिहास पढ़ें फिर ऐसी बात करें.' 

उन्होंने कहा कि इस देश को चलाना है तो टॅालरेंस पर चलना पड़ेगा जिस तरह से वाजपेयी RSS के होने के बावजूद चलें.

कश्मीर की राजनीति पर फारूख ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर में सरकार बनने के बाद 5 महीने से खरीद-फरोख्त की कोशिश कर रहे थे लेकिन ऊपरवाले का करम है कि उससे पहले ही असेंबली भंग हो गई. राम माधन ने भी बड़ी कोशिश की पर कर नहीं पाए.'

और पढ़ें: कलकत्ता हाई कोर्ट ने अमित शाह के 'रथ यात्रा' को नहीं दी अनुमति, बीजेपी ने डिविजन बेंच का रुख किया

उन्होंने कहा, 'मुझे यकीन है कि जो नई सरकार आए वो मजबूत सरकार हो. जिससे कश्मीर का मसला भी हल हो जाए.'

फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि मेरा अपील है अपने साथियों से कि जब भी चुनाव आए तो धर्म का इस्तेमाल न करें. जो कर सकते हो उसकी बात करें. प्रधानमंत्री से अपील है कि वो जवाहरलाल नेहरू और डॅा. भीमराव अंबेडकर बनने की कोशिश करें.