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स्वामीनाथन आयोग की सिफ़ारिश समेत अन्य मांगों को लेकर किसान संगठन आज दिल्ली का करेंगे घेराव

राष्ट्रीय किसान महासंघ के आह्वान पर कई राज्यों के किसान 23 फरवरी को दिल्ली घेराव के लिए सीमावर्ती जिलों में डेरा जमाए हुए हैं।

Updated on: 23 Feb 2018, 09:34 AM

नई दिल्ली:

स्‍वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करवाने, न्यूनतम समर्थन मूल्य और कर्ज़ माफी समेत कई अन्य मांगों को लेकर देशभर के किसान शुक्रवार को देशव्यापी आंदोलन करेंगे।

इसके अलावा दिल्ली से सटे इलाकों के किसानों ने 'दिल्ली का घेराव' करने की भी योजना बनाई है।

राष्ट्रीय किसान महासंघ के आह्वान पर कई राज्यों के किसान 23 फरवरी को दिल्ली घेराव के लिए सीमावर्ती जिलों में डेरा जमाए हुए हैं। आंदोलनकारियों से निपटने के लिए बुधवार रात को ही किसान नेताओं की गिरफ्तारियों का दौर शुरू हो गया।

किसान संगठनों का दावा है कि हरियाणा से सैकड़ों किसान हिरासत में लिए गए हैं। हरियाणा पुलिस ने कुरुक्षेत्र के पास पंजाब से आया एक ट्रक पकडऩे के बाद पंजाब पुलिस को भी अलर्ट कर दिया है।

हरियाणा में प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि उनके सारे कर्ज़ माफ़ किए जाए।

किसान यूनियन ज़िला अध्यक्ष अजय राणा ने कहा, 'आज हमारा आंदोलन पीएम मोदी के उन वादों के लेकर है जो उन्होंने अब तक पूरा नहीं किया है। मोदी सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की सिफ़ारिश लागू करने की बात कही थी लेकिन अब तक पूरा नहीं किया गया। किसानों को अब तक पीड़ा मिली है लेकिन कोई हल नहीं मिला।

भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता भी इस आंदोलन को लेकर अंतिम तैयारियों में जुटे हैं।

राजस्थान, पंजाब, हरियाणा के किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से दिल्ली का घेराव करेंगे। दक्षिण भारत और छत्तीसगढ़ के किसान अपने राज्यों की राजधानियों में विरोध प्रदर्शन करेंगे और मध्यप्रदेश, केरल, कर्नाटक, जम्मू कश्मीर व तमिलनाडु के किसान पलवल (हरियाणा) से दिल्ली के लिए कूच कर चुके हैं।

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