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फेसबुक डेटा लीक : BJP का आरोप, कहा - राहुल का सोशल मीडिया कैंपेन चलाती रही है कैंब्रिज एनालिटिका

फेसबुक डेटा लीक मामले में केंद्र सरकार पर निशाना साधे जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राहुल गांधी के पलटवार किया है।

Updated on: 22 Mar 2018, 02:22 PM

highlights

  • फेसबुक डेटा लीक मामले में केंद्र सरकार पर निशाना साधे जाने के बाद बीजेपी ने राहुल गांधी के पलटवार किया है
  • बीजेपी ने कहा कि आरोपी कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका राहुल गांधी का सोशल मीडिया कैंपेने संभालती रही है

नई दिल्ली:

फेसबुक डेटा लीक मामले में केंद्र सरकार पर निशाना साधे जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राहुल गांधी पर पलटवार किया है।

डेटा लीक मामले में फेसबुक को चेतावनी देने के बाद कानून मंत्री प्रसाद ने दिल्ली में कहा कि राहुल गांधी का सोशल मीडिया कैंपेन आरोपी कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका की मदद से चलाया जाता रहा है।

प्रसाद ने कहा, 'राहुल गांधी का पूरा सोशल मीडिया कैंपेन कैंब्रिज एनालिटिका की मदद से चलाया जाता रहा है और उनकी आपस में बैठक भी हुई है।'

दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए कानून मंत्री ने कहा, 'कांग्रेस ने (कैंब्रिज एनालिटिका से संबंध) इस मामले में शातिराना चुप्पी साध रखी है।'

प्रसाद का यह बयान वैसे समय में सामने आया है, जब कांग्रेस ने बीजेपी को ही इस मामले में कटघरे में खड़ा किया है। 

बीजेपी ने जहां डेटा चोरी करने वाली कंपनी के साथ कांग्रेस पर काम करने का आरोप लगाया है तो वहीं कांग्रेस ने बीजेपी पर जवाबी पलटवार करते हुए 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में इस कंपनी की सेवा करने आरोप लगाया है।

कैंब्रिज एनालिटिका की सहायक भारतीय कंपनी ओवलेनो बिजनेस इंटेलिजेंस (ओबीआई) की वेबसाइट बताती है कि इसने बीजेपी, कांग्रेस, नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड को अपनी सेवाएं दी हैं।

ओबीआई की कमान जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेता के सी त्यागी के बेटे अमरीश त्यागी के हाथों में है।

ओवलेनो ने खुद को उस ज्वॉइंट वेंचर का हिस्सा बताया है, जो एससीआई इंडिया और एससीएल ग्रुप लंदन के बीच हुआ है। एससीएल ग्रुप ही कैंब्रिज एनालिटिका की पैरेंट कंपनी है। मामला सामने आने के बाद से ओवलेनो की वेबसाइट को सस्पेंड किया जा चुका है।

एक अंग्रेजी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में त्यागी ने इस बात को स्वीकार किया कि उनकी कंपनी ने 2012 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी और 2010-11 में झारखंड में यूथ कांग्रेस के लिए काम किया था।

वहीं कैंब्रिज एनालिटिका की वेबसाइट बताती है कि कंपनी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2010 में अपनी सेवाएं एक राजनीतिक दल को दी थीं। इसमें कहा गया है, 'हमारे क्लाइंट को चुनाव में ऐतिहासिक जीत मिली और जिन सीटों को सीए ने टारगेट किया था, उनमें से 90 फीसदी से अधिक सीटों पर उसे सफलता मिली।'

गौरतलब है कि इस चुनाव में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को भारी सफलता मिली थी।

वहीं एक अन्य केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी उनके ट्वीट को लेकर पलटवार किया है।

नकवी ने कहा, 'राहुल गांधी जी अक्ल से बिलकुल पैदल हैं क्या? उन्हें इस बारे में सोचना चाहिए। अगर मासूम भारतीय के डेटा चोरी का गंभीर अपराध किया गया है और इसमें शामिल लोग सामने आ रहे हैं तो इसमें उन्हें क्या दिक्कत है?'

बता दें कि डेटा लीक का मामला सामने आने के बाद फेसबुक सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने अगली गलती मानते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वह भविष्य में यूजर्स के डेटा का गलत इस्तेमाल नहीं होने देंगे।

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