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SSC चेयरमैन का बड़ा आरोप, 'छात्रों के आंदोलन के पीछे कोचिंग संस्थानों की फंडिंग, CBI जांच के लिए तैयार'

एसएससी के चेयरमैन ने कहा कि हम सीबीआई जांच के लिए तैयार है। हमारे खिलाफ कोई एविडेंस नही है। इस आंदोलन के पीछे कोचिंग संस्थान की फंडिंग है जिनका परीक्षा घोटाला पेपर के ऑनलाइन होने से बंद हो गया है।

Updated on: 04 Mar 2018, 05:44 PM

highlights

  • चेयरमैन ने छात्रों के इस आंदोलन के पीछे कोचिंग संस्थानों का हाथ बताया
  • एसएससी चेयरमैन ने कहा, हम सीबीआई जांच के लिए तैयार हैं
  • रविवार को छात्रों के आंदोलन का छठा दिन, गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी मिले छात्रों से

नई दिल्ली:

कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) के संयुक्त स्नातकीय स्तर (सीजीएल) की परीक्षा में हुई कथित पेपर लीक मामले की जांच की मांग को लेकर दिल्ली में लगातार छठे दिन भी देश भर के छात्रों का प्रदर्शन जारी है।

इस बीच रविवार को एसएससी के चेयरमैन असीम खुराना ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि छात्रों के इस आंदोलन के पीछे कोचिंग संस्थानों का हाथ बताया है।

एसएससी के चेयरमैन असीम खुराना ने कहा, 'हम सीबीआई जांच के लिए तैयार है। हमारे खिलाफ कोई एविडेंस नही है। इस आंदोलन के पीछे कोचिंग संस्थान की फंडिंग है जिनका परीक्षा घोटाला पेपर के ऑनलाइन होने से बंद हो गया है।'

असीम खुराना ने कहा, 'पिछले सिस्टम में पेपर लीक होने और उससे स्कैम का जो खेल चलता था वह ऑनलाइन सिस्टम में बंद हो गया। जिसके चलते ये समूचा आंदोलन खड़ा किया जा रहा है। आंदोलनकारी छात्रों को फंडिंग की जा रही है।'

साथ ही उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, क्या आप उन छात्रों का बयान ला सकते हैं जिस प्रमाण पर वे आरोप लगा रहे हैं।

असीम खुराना ने कहा कि जिस स्क्रीन शॉट का प्रूफ पब्लिक डोमेन में इस्तेमाल किया जा रहा है वह दरअसल चीटिंग है लीक नही। शरारती तत्वों ने परीक्षा केन्द्र के भीतर फ़ोन ले जाकर स्क्रीन शॉट लिया और उसे लीक का नाम दिया जा रहा है जो सरासर बेबुनियाद है।

रविवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह प्रदर्शनकारी छात्रों से मिलने पहुंचे। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे दिल्ली के सीजीओ कॉम्पलेक्स के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मिलने पहुंचे।

देश भर में 17 से 21 फरवरी तक एसएससी सीजीएल टायर टू की परीक्षा का आयोजन हुआ था। पूरे देश के लगभग दो लाख परीक्षार्थियों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया था।

बिहार के एक अभ्यर्ती रोहित कुमार ने कहा, 'परीक्षा में हुई धांधली का पूरा प्रमाण उपलब्ध है, 21 फरवरी को चल रहे परीक्षा के दौरान ही गणित के पेपर सोशल मीडिया पर दिख रहे थे।'

विरोध कर रहे कई छात्रों का कहना है कि वे पिछले कई सालों से परीक्षा की तैयारी कर रहे थे, ऐसे में परीक्षा में धांधली का सामना आना उनकी मेहनत पर पानी फेरने के जैसा है।

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