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EPFO को खाताधारकों का डेटा चोरी होने का डर, CSC की सभी सेवाओं पर लगाई रोक

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने डेटा चोरी होने के डर से अपने ऑनलाइन सामान्य सेवा केंद्र (CSC) की सभी सेवाओं को रोक दिया है।

Updated on: 02 May 2018, 08:14 PM

नई दिल्ली:

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने डेटा चोरी होने के डर से अपने ऑनलाइन सामान्य सेवा केंद्र (CSC) की सभी सेवाओं को रोक दिया है।

सेवा को रोके जाने को लेकर EPFO ने कहा है कि जब तक CSC की संवेदनशीलता की जांच नहीं हो जाती तब इन सेवाओं को रोक दिया गया है।

हालांकि EPFO ने लोगों को भरोसा दिलाया है कि सरकार की इस वेबसाइट से किसी भी अंशधारक का डेटा लीक नहीं हो सकता है। EPFO ने इस आशंका को खारिज कर दिया है।

EPFO की तरफ से यह सफाई उस रिपोर्ट के बाद आई है जिसमें दावा किया जा रहा है कि हैकर्स ने इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के अधीन आने वाले CSC के जरिए चलाई जाने वाली वेबसाइट aadhaar.epfoservices.com से EPFO खाता धारकों का डेटा चोरी कर लिया है।

यह रिपोर्ट EPFO में भविष्य निधि आयुक्त वीपी जॉय के सीएससी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिनेश त्यागी को लिखे पर आधारित है।

रिपोर्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ईपीएफओ ने बयान जारी कर कहा, 'डेटा या सॉफ्टवेयर की संवेदनशीलता को लेकर चेतावनी एक सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया है। इसी आधार पर सीएससी के जरिए मिलने वाली सभी सेवाओं को 22 मार्च 2018 के बाद से रोक दिया गया है।'

इसके साथ ही ईपीएफओ ने यह भी साफ कर दिया है कि यह रिपोर्ट सीएससी के जरिए दी जाने वाली सेवाओं को लेकर है न कि ईपीएफओ सॉफ्यवेयर या डेटा केंद्र से इसका कोई लेना देना है।

ईपीएफओ ने डेटा चोरी को लेकर कहा है कि अभी तक डेटा लीक की कोई पुष्टि नहीं हुई है लेकिन हमने सुरक्षा और संरक्षण को लेकर एहतियातन यह कार्रवाई की है। अग्रिम कार्रवाई करते हुए सीएससी के सर्वर को बंद कर दिया गया है और जांच पूरी होने तक सीएससी की सभी सेवाएं बंद रहेगी।

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ईपीएफओ ने खाताधारकों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि चिंता करने की कोई बात नहीं है और डेटा को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव उपाय किए गए हैं। भविष्य में इस सुरक्षा को और बढ़ाया जाएगा.

गौरतलब है कि ईपीएफओ ने खाताधारकों को अच्छी और त्वरित सेवा देने के लिए अपने यूएएन (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) को आधार कार्ड से जोड़ने के लिए कहा था। इस साल अगस्त तक ईपीएफ के सभी सेवाओं को पेपरलेस और ऑनलाइन करने के लक्ष्य को लेकर ग्राहकों से ऐसे करने को कहा गया था।

वहीं जब इस मामले में आईटी मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी से संपर्क किया तो उन्होंने इस लीक की ओर इशारा करते हुए कहा अगर ऐसा कुछ भी होता है तो मंत्रालय इसपर कड़ी कार्रवाई करेगा।

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