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वित्तमंत्री जेटली ने कहा, डिजिटल अभियान शुरू करें राजनीतिक दल, चुनावी बॉन्ड निश्चित समय तक के लिये ही वैध

केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को कहा कि राजनीतिक दलों के लिए वैध धन (चंदे) को बढ़ावा देने के लिए आम बजट 2017-18 में घोषित चुनावी बॉण्ड समानांतर मुद्रा नहीं बन सकती और इसलिए यह केवल निश्चित समय सीमा तक ही यह वैध रहेगी।

Updated on: 09 Mar 2017, 12:11 AM

नई दिल्ली:

केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को कहा कि राजनीतिक दलों के लिए वैध धन (चंदे) को बढ़ावा देने के लिए आम बजट 2017-18 में घोषित चुनावी बॉण्ड समानांतर मुद्रा नहीं बन सकती और इसलिए यह केवल निश्चित समय सीमा तक ही यह वैध रहेगी।

जेटली ने यहां डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन तथा नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी द्वारा आयोजित 'एक नई राजनीतिक अभियान की ओर अग्रसर : भारत में वित्तीय सुधार' विषय पर आयोजित कार्यक्रम में कहा, "राजनीतिक दलों को चंदा प्राप्त करने के लिए डिजिटल अभियान शुरू करना चाहिए और चुनावी बांड पूरी तरह से स्वच्छ हैं, हालांकि आंशिक पारदर्शी हैं।'

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चुनावी बॉण्ड को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) जारी करेगा जिसे कोई दानदाता चेक या डिजिटल भुगतान के माध्यम से खरीद सकता है। वह इस बॉण्ड को किसी भी राजनीतिक दल को चंदे के तौर पर दे सकता है, जिसे राजनीतिक दल को पूर्व निर्धारित खाते में एक महीने के अंदर जमा कराना होगा।

राजनीतिक वित्तपोषण में अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए आम बजट 2017-18 ने घोषणा की गई थी कि राजनीतिक दल अब अज्ञात नकद रकम दान के रूप में 2,000 रुपये तक ही ले सकते हैं, जबकि पहले यह सीमा 20,000 रुपये थी।

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