logo-image

चुनाव आयोग ने नीतीश को दिया 'तीर' जनता की अदालत में जाएगा JDU का बागी खेमा

बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद शरद यादव और नीतीश कुमार खेमे के बीच चुनाव चिह्न को लेकर विवाद शुरू हो गया था।

Updated on: 17 Nov 2017, 09:52 PM

नई दिल्ली:

चुनाव आयोग ने जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) का चुनाव चिह्न 'तीर' का मामला सुलझा दिया है। आयोग ने 'तीर' निशान नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जेडीयू को दिया है।

नीतीश कुमार की पार्टी को असली चुनाव चिह्न मिलने के बाद जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने खुशी जाहिर की। साथ ही उन्होंने शरद यादव पर तंज करते हुए कहा कि अब वह लालू और तेजस्वी का जयकारा लगाते रहें।

नीरज कुमार ने कहा, 'सत्य की जीत हुई है शरद जी ने अपने जिंदगी की सारी कमाई को गंवा दिया है। मैं शरद यादव से कहना चाहता हूं कि अपने सर पर अप लालटेन रख लें और लालू यादव और तेजस्वी की जय बोलते रहें।'

वहीं जेडीयू के बागी खेमे के नेता अली अनवर ने कहा, 'इसका अंदेशा पहले से था क्योंकि कि दिल्ली से पटना तक एक ही रंग हो गया है। ये आखिरी नहीं है हम लोग कानूनी राय ले रहे हैं। जनता की अदालत आखिरी अदालत है, हम लोग उसमें जाएंगे जनता हमारी मांगों को सुनेगी।'

बता दें कि बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद शरद यादव और नीतीश कुमार खेमे के बीच चुनाव चिह्न को लेकर विवाद शुरू हो गया था। हाल ही में नीतीश कुमार वाले खेमे ने सोमवार को चुनाव आयोग से मिलकर पार्टी के चुनाव चिह्न पर जल्द फैसला लेने की मांग की थी।

शरद यादव गुट भी पार्टी के चुनाव चिह्न 'तीर' पर अपना दावा आयोग के समक्ष कर रहा था। जिसके बाद आयोग ने यह फैसला लिया। आयोग के इस फैसले के बाद अब जेडीयू के उम्मीदवार गुजरात विधानसभा चुनाव में अपनी चार-पांच परंपरागत सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

सभी राज्यों की खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें