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मोदी सरकार के 4 साल: पाकिस्तानी आतंक बातचीत में बन रहा बाधा, डोकलाम में यथास्थित बरकरार - सुषमा

मोदी सरकार के चार साल पूरा होने के मौके पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी सरकार की जमकर पीठ थपथपाते हुए आतंकवाद की नीति को लेकर पाकिस्तान पर कड़े प्रहार किए।

Updated on: 28 May 2018, 05:36 PM

highlights

  • मोदी सरकार के चार साल पूरा होने पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने थपथपाई सरकार की पीठ
  • स्वराज ने कहा कि डोकलाम में यथास्थिति बरकरार है जबकि पाकिस्तान के साथ बात में  आतंक सबसे बड़ी बाधा है

नई दिल्ली:

मोदी सरकार के चार साल पूरा होने के मौके पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी सरकार की जमकर पीठ थपथपाते हुए आतंकवाद की नीति को लेकर पाकिस्तान पर कड़े प्रहार किए।

स्वराज ने कहा कि भारत बातचीत के पक्ष में रहा है लेकिन आतंकवाद और वार्ता साथ-साथ नहीं चल सकते।

विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह और एम जे अकबर के साथ सुषमा स्वराज ने मोदी सरकार के चार साल पूरा होने पर विदेश मंत्रालय की उपलब्धियों पर आधारित पुस्तक को जारी करते हुए कहा, 'हमने कभी नहीं कहा कि हम बातचीत नहीं चाहते है लेकिन इसमें एक मसला है। बातचीत और आतंक साथ-साथ नहीं चल सकते। चाहे वह चुनाव बाद पाकिस्तान हो या फिर चुनाव पूर्व पाकिस्तान।'

विदेश मंत्री ने कहा, 'जब सीमा पर जनाजे उठ रहे हैं तो बातचीत की आवाज अच्छी नहीं लगती।'

वहीं गिलगिट बाल्टिस्तान के मुद्दे पर सुषमा ने पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि हमने इस मामले को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी और जो जवाब हमें मिला, उस पर हंसा जा सकता है।

स्वराज ने कहा कि पाकिस्तान ने हमें इतिहास को सिखाने की कोशिश की लेकिन पाकिस्तान हमेशा ही इतिहास के साथ खिलवाड़ करता है। पाकिस्ता का कानून में भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा, 'उनके जवाब को पढ़ते हुए मुझे यहीं लगा कि देखो कौन बात कर रहा है।'

बातचीत के दौरान स्वराज ने कांग्रेस के आरोपों पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय पर विदेश नीति सिर्फ कुछ खास लोगों के लिए थी, लेकिन हमने विदेश नीति को लोक नीति बना दिया।

उन्होंने कहा कि मैं खुद सीधा ट्विटर के जरिए लोगों के संपर्क में रहती हूं, फिर चाहे वह दुनिया के किसी भी कोने में मुसीबत में हों।

डोकलाम में यथास्थित बरकरार

स्वराज ने इस दौरान डोकलाम में मौजूदा स्थिति के बारे में भी सफाई दी।

विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और चीन के बीच सैन्य गतिरोध वाले जगह की स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

उन्होंने कहा, 'मैं फिर से कह रही हूं कि डोकलाम में स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वहां यथास्थिति बरकरार है।'

मोदी सरकार के चार साल पूरा होने पर सरकार के सभी मंत्रियों ने अपने मंत्रालय के तहत किए गए कार्यों का लेखा-जोखा रखा है।

गौरतलब है कि बतौर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज लगातार ही अपने काम को लेकर सुर्खियों में रही है। मोदी सरकार के कैबिनेट में स्वराज वैसी मंत्री रही हैं, जो सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा सक्रिय रहती है।

स्वराज ने सोशल मीडिया पर गुहार लगाने वाले लोगों की लगातार मदद की है। उन्होंने न केवल भारतवासियों की बल्कि पाकिस्तान के नागरिकों को भी सहायता और मदद मुहैया कराया है।

विदेश मंत्री ने इस दौरान लगातार होने वाले विदेश यात्राओं के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि, मैं यह बात जानकर हैरान थी कि ऐसे कई देश हैं, जहां हमारे नेता आज तक नहीं गए।

उन्होंने कहा, 'जब हमने सरकार बनाई तो हमने सोचा कि हम मंत्रिस्तरीय वार्ता के लिए संयुक्त राष्ट्र में शामिल सभी 192 देशों की यात्रा करेंगे। अभी तक हम 186 देशों को कवर कर चुके हैं।'

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