logo-image

लद्दाख में चीनी सेना की घुसपैठ, भारतीय जवानों के रोकने पर करने लगे पत्थरबाजी

सिक्किम के डाकोला (डोकलाम) में तनाव के बीच चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) ने मंगलवार को घुसपैठ की कोशिश की, हालांकि भारतीय जवानों ने इसे विफल कर दिया।

Updated on: 16 Aug 2017, 12:33 PM

highlights

  • सिक्किम के डाकोला (डोकलाम) में तनाव के बीच भारतीय जवानों ने चीन की घुसपैठ को नाकाम कर दिया है
  • मंगलवार की सुबह चीनी सैनिकों ने लद्दाख के मशहूर पैंगोंग झील के किनारे घुसपैठ की कोशिश की लेकिन भारतीय सैनिकों ने उन्हें खदेड़ कर भगा दिया

नई दिल्ली:

सिक्किम के डाकोला (डोकलाम) में तनाव के बीच भारतीय जवानों ने चीन की घुसपैठ को नाकाम कर दिया है। मंगलवार की सुबह हताश चीनी सैनिकों ने लद्दाख के मशहूर पैंगोंग झील के किनारे घुसपैठ की कोशिश की लेकिन भारतीय सैनिकों ने उन्हें खदेड़ कर भगा दिया।

चीनी सैनिकों ने लगातार दो बार घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन उन्हें मुंह की खानी पड़ी। एक अधिकारी के मुताबिक गुस्साए चीनी सैनिकों ने इसके बाद पथराव शुरू कर दिया जिसमें दोनों तरफ के जवानों को चोटें आई है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'लद्दाख इलाके के पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश की। जिसे भारत ने विफल कर दिया। इस दौरान भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हाथापाई हुई और एक दूसरे पर पत्थर फेंके।'

चीनी सैनिक लोहे का रॉड लेकर भी आये थे। आईटीबीपी के जवानों ने उनको लाठियों से रोका, क्योंकि यहां पर जवान गन के साथ पेट्रोलिंग नहीं करते हैं। इस तरह की ये पहली घटना है। 

पीटीआई की खबरों के मुताबिक एक अधिकारी ने कहा, 'चीनी सेना ने सुबह दो बार 6 बजे और 9 बजे के बीच दो जगहों (फिंगर फोर और फिंगर फाइव) पर घुसपैठ की कोशिश की। लेकिन दोनों ही समय में मुस्तैद भारतीय सेना ने चीनी सेना को आगे भेजने से रोक दिया।'

दिल्ली में सेना के प्रवक्ता ने हालांकि इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। गौरतलब है कि पिछले एक महीने से भी अधिक समय से भारत और चीन की सेना एक दूसरे के आमने-सामने है।

चीनी सैनिक फिंगर फोर एरिया में घुसने में सफल रहे, हालांकि भारतीय सैनिकों ने उन्हें खदेड़ दिया। यह इलाका भारत और चीन के बीच विवादित रहा है। अधिकारी ने कहा कि जब भारत ने 1990 में इस इलाके पर अपना दावा ठोंका था तब चीनी सेना ने यहां पर सड़क बनाई और दावा किया कि यह इलाका अक्साई चिन का इलाका है, इस पर चीन ने कब्केजा कर रखा है। 

अब इस इलाके में भारत ने अमेरिका से खरीदी गई बोट से निगरानी शुरू कर दी है। इस बोट में रडार, इंफ्रा रेड और जीपीएस सिस्टम लगा हुआ है, जिसकी मदद से सैनिकों को घुसपैठ की स्थिति में तत्काल कार्रवाई करने में मदद मिलती है।

झील के किनारे इससे पहले भी कई बार चीनी सैनिकों की घुसपैठ रोकी गई है। 

और पढ़ें: पीएम मोदी ने कहा, 'न्यू इंडिया' में नहीं होगी सांप्रदायिकता, जातिवाद और हिंसा की जगह

भारत और चीन के जवानों के बीच पिछले करीब 2 महीने से डाकोला में गतिरोध बना हुआ है। भारत ने जून में चीनी सेना को डाकोला में सड़क निर्माण करने से रोक दिया था, जिसके बाद दोनों देश के सैनिक आमने-सामने बने हुए हैं। 

डाकोला भारत, भूटान और चीन के बीच तिराहा है। चीन डोकलाम को अपना बताता है, लेकिन भारत और भूटान का कहना है कि यह भूटान का है।

और पढ़ें: भारत को घेरने के चक्कर में कर्ज के दलदल में फंस गई चीन की अर्थव्यवस्था