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मरीना बीच पर ही होगा DMK प्रमुख करुणानिधि का अंतिम संस्कार, मद्रास हाई कोर्ट का फैसला

एम करुणानिधि का अंतिम संस्कार मरीना बीच पर ही किया जाएगा। मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु सरकार और डीएमके के वकील की तरफ से जिरह के बाद यह फैसला दिया।

Updated on: 08 Aug 2018, 12:57 PM

चेन्नई:

तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि का अंतिम संस्कार मरीना बीच पर ही किया जाएगा। मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु सरकार और द्रविड मुनेत्र कडगम (डीएमके) के वकील की तरफ से जिरह के बाद यह फैसला दिया। मरीना बीच पर पहली बार किसी पूर्व मुख्यमंत्री का समाधि स्थल बनेगा। इससे पहले मंगलवार रात को मरीना बीच समाधि बनाने पर प्रोटोकॉल को लेकर रोक लगा दी थी।

मंगलवार देर रात याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने राज्य सरकार और चेन्नई निगम को अपने जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया और मामला बुधवार सुबह आठ बजे तक के लिए स्थगित कर दिया था।

मरीना बीच में शवों को दफनाने को लेकर लंबित मामलों का हवाला देते हुए ऑल इंडिया द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) सरकार ने कहा था कि वह सरदार पटेल रोड पर गांधी मंडपम के पास दो एकड़ आवंटित करने के लिए तैयार हैं जहां राजभवन स्थित है।

बुधवार सुबह हाई कोर्ट में तमिलनाडु सरकार ने जवाबी हलफनामा दायर किया था जिसमें राज्य सरकार ने कहा कि डीएमके प्रमुख करुणानिधि ने भी प्रोटोकॉल का हवाला देकर पूर्व सीएम जानकी रामचंद्रण के लिए मरीना बीच पर जगह नहीं दी थी।

वहीं डीएमके के वकील ने कहा, आपने (राज्य सरकार) ने राजकीय शोक की घोषणा की है, तो समाधि के लिए क्यों नहीं जमीन दिया जा रहा। केंद्र सरकार के प्रोटोकॉल में पूर्व मुख्यमंत्री के लिए जमीन देने पर कोई निषेध नहीं है।

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डीएमके के वकील ने कहा, डीएमके के संस्थापक अन्ना कहा करते थे, करुणानिधि मेरी जीवन और आत्मा हैं। करुणानिधि को गांधी मंडपम के पास दफनाना एक सम्मानजनक समाधि नहीं हो सकता।

वकील ने कहा, तमिलनाडु में 7 करोड़ की आबादी में 1 करोड़ डीएमके के समर्थक हैं। अगर मरीना बीच पर करुणानिधि की समाधि स्थल के लिए जगह नहीं दी गई तो वे अपमानित हो जाएंगे।

डीएमके के मुताबिक, दिवंगत नेताओं राजगोपालाचारी और कामराज की विचारधाराएं द्रविड़ नेताओं अन्नादुराई और करुणानिधि द्वारा अपनाई गई विचारधाराओं से एकदम अलग थीं। इसलिए राज्य सरकार द्वारा दी गई जगह पर करुणानिधि को दफनाना उचित नहीं होगा। 

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वहीं इस मामले पर तमिलनाडु सरकार के वकील ने कहा, डीएमके ने राजनीतिक एजेंडे के तहत इस केस को फाइल किया है। द्रविड कडगम (DK) प्रमुख पेरियार द्रविड आंदोलन के सबसे बड़े नेता थे। क्या उन्हें मरीना बीच पर दफनाया गया था?

इससे पहले करुणानिधि की डीएमके पार्टी और परिवार के सदस्यों ने राज्य सरकार से पार्टी के संस्थापक सी एन अन्नादुरई की मरीना बीच पर स्थित स्मारक स्थल के पास करुणानिधि के पार्थिव शरीर को दफनाने के लिए जमीन आवंटित करने का आग्रह किया था।